अपने तो कंप्यूटर वायरस के बारे में सुना ही होगा। ये कंप्यूटर के लिए हानिकारक होते है। जिस प्रकर वायरस मनुष्य के शरीर में पहुंच कर कई बीमारिया उत्त्पन्न करती है उसी प्रकार वायरस भी कंप्यूटर को भी हानि पहुँचाती है। जो important फाइल को डिलीट कर सकती है सिस्टम में कई प्रकार के प्रॉब्लम होने लगते है।
आपको मैं वायरस को बनाने का उद्देश्य और इसका इतिहास बताने वाला हूँ। यदि आप कम्प्यूटर सिख रहे है तो आपके लिए ये पोस्ट उपयोगी साबित होगा।
कंप्यूटर वायरस क्या है
computer virus एक प्रोग्राम होता है। जो कंप्यूटर में इंटरनेट की मदद से घुस जाता है और सामन्य प्रोग्राम की तरह यह दिखाई नहीं देता यही करण है की कंप्यूटर में वायरस आने पर भी हमें पता नहीं चलता है। ये वायरस हमारे important फाइल को encrypt कर देते है। उसके बाद वे फाइल किसी काम का नहीं होता है। ये वायरस एक कंप्यूटर से दूसरे कम्प्यूटर में भी फ़ैल सकता है।
किसी encrypted कंप्यूटर से cd, dvd या pendrive के माध्यम से दूसरे कंप्यूटर में आसानी से चले जाते है। वायरस के द्वारा हैकर किसी भी कंप्यूटर के डाटा को चुरा सकते है और उस कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर को नस्ट कर सकते है। कंप्यूटर वायरस बहुत खतरनाक होते है और इसे प्रोग्रामर बनाते है न की खुद बनते है। इसे मुख्य रूप से डाटा चोरी और किसी के कंप्यूटर को नस्ट करने के लिए बनाया जाता है।
कंप्यूटर वायरस का इतिहास
पहले वायरस बनाने वाले इंजीनियर रोबॉट थॉमस थे जिन्होंने 1971 में creeper virus को बनाया था। वे arpa कंपनी जो की अमेरिका में स्थित था वहाँ काम करते थे। थॉमस ने arpanet को encrypt करने के लिए बनाया था। ये वायरस सिस्टम को encrypt करने के बाद स्क्रीन पर display होता था। "I'm the creeper catch me if you can."
elk cloner नामक कंप्यूटर वायरस को पहली बार खोजा गया था। जो की apple के ऑपरेटिंग सिस्टम पाया गया था जिसे floppy disk की माध्यम से इस वायरस को बनाया गया था। 1982 में रिचर्ड स्क्रेनटा ने बनाया था। जो उस समय वह एक विद्यार्थी था।
कंप्यूटर वायरस क्या करता है
कंप्यूटर वायरस किसी कप्यूटर के ऑपरेटिंग सिस्टम को नस्ट कर सकता है डाटा को encrypt कर सकता है। फाइल डिलीट कर सकता है। आपके कंप्यूटर को कण्ट्रोल कर सकता है। और बहुत कुछ कर सकता है। अभी वायरस एक समन नहीं होते है कई अधिक शक्तिशाली होते है तो कुछ वायरस की लिमिट होती है।
ये उसके उसके डेवलपर पर निर्भर करता है की इसे किस कार्य के लिए बनाया गया है। ये तय है की वायरस कंप्यूटर के लिए हानिकारक होता है।
मैलवेयर क्या है
वायरस कई प्रकार के होते है मैलवेयर वायरस के बारे में सुना ही होगा। कंप्यूटर वायरस को malware कहते है। ये वायरस कंप्यूटर सिस्टम में धीरे धरे घुसकर सभी फाइल को नष्ट कर देते है। ये ज्यादातर इंटरनेट के जरिये कंप्यूटर में प्रवेश करता है।
मैलवेयर तीन प्रकार के होते है 1 ट्रोजन हार्स 2 worm 3
वायरस के प्रकार
वायरस कई प्रकार के होते है जो अलग अलग तरीके से कंप्यूटर को नुकसान पहुंचाते है। कुछ वायरस के बारे में निचे दिया गया है।
Boot sector virus:
ये वायरस usb ड्राइव या cd, dvd के जरिये कंप्यूटर में प्रवेश कर जाते है और कंप्यूटर सिस्टम पर अटैक करते है। इस वायरस के कारण कंप्यूटर या लैपटॉप को boot करने में प्रॉब्लम आने लगती है। इस वायरस को नष्ट करने के लिए सिस्टम को फॉर्मेट करना पड़ता है।
micro virus:
वायरस माइक्रोसॉफ्ट के application माइक्रोसॉफ्ट वर्ल्ड एक्सिल पॉवरपॉइंट आदि फाइल को हानि पहुँचता है या उसे नष्ट कर देता है। या उस application को slow करता है।
ट्रोजन हार्स
ट्रोजन एक सामन्य प्रोग्राम की तरह होता है यदि आपने इस वायरस को install कर लिया तो इसके भयंकर परिणाम हो सकते है। ये आपके पासवर्ड को हैक कर सकते है और हार्ड डिस्क के सारे डाटा को डिलीट भी कर सकता है। इसकी मदद से हैकर दूर से ही कंप्यूटर को कंट्रोल कर सकता है 1949 में फ़ैलने वाला वायरस "बैक ओरिफाइस" एक ट्रोजन होर्स था।
worm क्या है
worm भी वायरस की तरह होता है ये कंप्यूटर को नुकसान पहुँचता है। यह बहुत तेजी से खुद का copy बनाता है और अन्य कंप्यूटर में एक्सपैंड होने लगता है। ये इंटरनेट ईमेल की मदद से दूसरे कंप्यूटर में पहुँच जाता है। worms वाइरस folder में खुद सेव हो जाता है और इसे देखकर लगता ही नहीं के एक worm है।
वायरस से बचाव
यदि आप कोई भी फाइल या aplication डाउनलोड कर रहे हो तो अच्छे वेबसाइट से डाउनलोड करे। फ्री के लालच में कोई encrypt फाइल या अप्लीकेशन डाउनलोड करने से बचे। scam ईमेल में आये फाइल को डाउनलोड न करे। इस तरह से कंप्यूटर वायरस से आप अपने कंप्यूटर को सुरक्षित कर सकते है। एंटीवायरस को इंसटाल करे और उसे बीच बीच में स्कैन करते रहे।
एंटीवायरस क्या है
एंटीवायरस एक प्रकार का प्रोग्राम या सॉफ्टवेयर होता है जो हार्म पहुंचाने वाले फाइल application या फाइल को खोज कर उसे मिटा देता है जिससे की आपकी इम्पोर्टेन्ट फाइल सुरक्षित रहे। यह पेड और फ्री दोनों प्रकार की आती है।
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