मध्य प्रदेश की राजधानी क्या है - capital of madhya pradesh

मध्य प्रदेश क्षेत्रफल के हिसाब से दूसरा सबसे बड़ा राज्य है। राज्य की सीमा उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान से लगती है। इस राज्य को भारत का दिल भी कहा जाता हैं क्योकि यह मध्य भारत में बसा एक महत्वपूर्ण राज्य हैं।

मध्य प्रदेश की राजधानी

भोपाल मध्य प्रदेश की राजधानी है। भोपाल को झीलों के शहर के रूप में जाना जाता है यह अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। प्रमुख झीलों में भोजताल झील, छोटी झील, शाहपुरा झील, मोतिया तालाब, जवाहर बाल उद्यान झील, मैनिट झील और सारंगपानी झील प्रसिद्ध हैं।

भोपाल भारत का 16 वां सबसे बड़ा शहर है जबकि दुनिया का 131 वां सबसे बड़ा शहर है। मध्य प्रदेश राज्य बनने से पहले भोपाल छोटा सा कस्बा हुआ करता था। 1972 में विभाजन के बाद भोपाल में तेजी से विकास हुआ हैं।

भोपाल में बहुत सी विश्वविद्यालय और अनुसंधान केंद्र हैं। भोपाल में सबसे प्रमुख विश्वविद्यालय बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय, राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, मध्य प्रदेश भोज विश्वविद्यालय और नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी आदि।

इसके अलावा भारतीय वन प्रबंधन संस्थान, भारतीय मृदा प्रबंधन संस्थान, स्वावलंबन पैरामेडिकल ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, पीपुल्स इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी एंड रिसर्च सेंटर, पीपुल्स कैंपस, थायरोकेयर थायराइड रिसर्च सेंटर, सागर इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी सेंटर भोपाल में स्थित है।

मध्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था भारत में 10 वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। जिसका सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GDP) ₹11.69 ट्रिलियन है। खनिज संसाधनों से समृद्ध मध्य प्रदेश में हीरे और तांबे का सबसे बड़ा भंडार है। राज्य ने पर्यटन उद्योग में काफी वृद्धि की है। 2010-11 में राज्य ने राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कार में शीर्ष स्थान हासिल किया था।

मध्य प्रदेश का इतिहास

मध्यप्रदेश के भीमबेटका की गुफा में प्राचीन बस्तियों के प्रमाण मिलते हैं। मध्य प्रदेश में सबसे पहले मानव बस्तियाँ नर्मदा, चंबल और बेतवा जैसी नदियों की घाटियों में विकसित हुईं थी। नर्मदा घाटी के विभिन्न स्थानों पर पाषाण युग के कई उपकरण भी खोजे गए हैं।

मध्य प्रदेश का इतिहास

मध्य प्रदेश के इतिहास को प्राचीन काल, मध्यकाल और आधुनिक काल में विभाजित किया जा सकता है। प्राचीन काल के समय मध्यप्रदेश पर नंद साम्राज्य, मौर्य साम्राज्य और गुप्त साम्राज्य का प्रभुत्व था।

मध्यकाल में परमार और चंदेला वंश ने इस क्षेत्र पर शासन किया जिन्हे 10वीं से 12 वीं शताब्दी बीच खजुराहो के मंदिरों के निर्माण करवाया था। 14वीं शताब्दी तक मध्यप्रदेश में मालवा सल्तनत ने इस क्षेत्र पर शासन किया। बाद फिर राजपूतों ने इस क्षेत्र पर अपना अधिपत्य स्थापित किया।

आधुनिक काल में मुगल साम्राज्य, मराठा साम्राज्य और ब्रिटिश साम्राज्य का उदय हुआ। साथ ही ग्वालियर, इंदौर और भोपाल जैसे छोटे रियासतों ने भी मध्य प्रदेश पर शासन किया। भारत को 1947 में अंग्रेजों से आजादी मिली जिसके बाद 1956 में मध्य प्रदेश राज्य का गठन हुआ था। बाद में फिर 1 नवंबर 2000 को छत्तीसगढ़ को  मध्यप्रदेश से अलग कर एक नया राज्य का निर्माण किया गया था।

मध्य प्रदेश का भूगोल

मध्य प्रदेश शब्द का अर्थ "मध्य प्रांत" होता हैं। यह राज्य भारत का भौगोलिक हृदय है। नर्मदा नदी राज्य की प्रमुख नदी हैं, जो विंध्य और सतपुड़ा पर्वतमाला के बीच पूर्व और पश्चिम की ओर बहती है। ये पर्वतमालाएँ भारत को उत्तर और दक्षिण दो भौगोलिक सीमा में बाटती हैं।

मध्यप्रदेश की सीमा उत्तर पूर्व में उत्तर प्रदेश से, पूर्व में छत्तीसगढ़ से, पश्चिम में गुजरात से, उत्तर पश्चिम में राजस्थान से और दक्षिण में महाराष्ट्र से लगती है।

madhya pradesh map

जलवायु - भारत में तीन प्रमुख मौसम गर्मी, सर्दी और बरसात होते हैं। गर्मियों के दौरान मध्यप्रदेश में तापमान 34.6 डिग्री से ऊपर रहता है। सामान्य तौर पर, मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्से पश्चिमी हिस्सों की तुलना में अधिक गर्म होते हैं।

बरसात का मौसम आमतौर पर जून के मध्य में शुरू होता है और सितंबर तक रहता  है। राज्य के दक्षिण-पूर्व क्षेत्रों में अधिक वर्षा होती है जबकि उत्तर-पश्चिम के हिस्सों में कम वर्षा होती है। मंडला, बालाघाट, सीधी, जबलपुर और अन्य सुदूर पूर्वी भागों में 150 सेमी से अधिक वर्षा होती है।

सर्दियों का मौसम नवंबर में शुरू होता है। जनवरी के महीने में राज्य के उत्तरी भाग में अधिकतम दैनिक तापमान 15 से 18 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। साफ़ आसमान के साथ जलवायु आम तौर पर शुष्क और सुखद होती है।

मध्य प्रदेश की जनसंख्या

2011 की जनगणना के अनुसार, मध्य प्रदेश की जनसंख्या 7 करोड़ 27 लाख है। जो 2001 की जनगणना के 6 करोड़ से अधिक है। इस दशक में कुल जनसंख्या वृद्धि 20.35 प्रतिशत थी जबकि पिछले दशक में यह 24.34 प्रतिशत थी। 2011 में मध्य प्रदेश की जनसंख्या भारत का 6.00 प्रतिशत थी।

2024 में मध्य प्रदेश की लिंगानुपात 931 है यानी प्रत्येक 1000 पुरुष पर 931 महिला हैं। साक्षरता दर में वृद्धि हुयी है यह 69.32 प्रतिशत है। उसमें से पुरुष साक्षरता 78.73 प्रतिशत है जबकि महिला साक्षरता 59.24 प्रतिशत है।

मध्य प्रदेश राज्य में 90.89% लोग हिंदू धर्म का पालन करते है। जबकि इस्लाम दूसरा सबसे लोकप्रिय धर्म है लगभग 6.57% लोग इसका पालन करते हैं। मध्य प्रदेश में ईसाई धर्म का 0.29%, जैन धर्म का 0.78%, सिख धर्म का 0.21% और बौद्ध धर्म का 0.21% लोग पालन करते हैं। लगभग 0.83% अन्य धर्म का पालन करते हैं जबकि 0.13% लोग किसी धर्म का पालन नहीं करते हैं।

मध्य प्रदेश का पुराना नाम क्या था

भारत की आजादी के पहले मध्यप्रदेश को मध्य प्रांत के नाम से जाना जाता था। जिसकी राजधानी नागपुर थी। इस राज्य में वर्तमान मध्य प्रदेश के हिस्से और महाराष्ट्र के हिस्से शामिल थे।

1956 में इस राज्य को पुनर्गठित किया गया जिसमे विंध्य प्रदेश और भोपाल राज्य को मिलाकर नया मध्य प्रदेश राज्य बनाया गया। यह राज्य 2000 तक क्षेत्रफल के हिसाब से भारत में सबसे बड़ा था, जब तक इसके दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र को अलग कर छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण नहीं किया गया था।

मध्य प्रदेश के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र में प्राचीन अवंती महाजनपद का क्षेत्र शामिल है, जिसकी राजधानी उज्जैन थी। छठी शताब्दी ईसा पूर्व में भारतीय शहरीकरण की दूसरी लहर के दौरान यह शहर एक प्रमुख शहर के रूप में उभरी थी। इसके बाद, इस क्षेत्र पर भारत के प्रमुख राजवंशों का शासन रहा। 18वीं शताब्दी के अधिकांश भाग पर मराठा साम्राज्य का प्रभुत्व था।

जबकि 19वीं शताब्दी में एंग्लो-मराठा युद्धों के बाद इस क्षेत्र को ब्रिटिशों के अधीन कई रियासतों में विभाजित किया गया और मध्य प्रांत और बरार और मध्य भारत एजेंसी में शामिल किया गया।

मध्य प्रदेश का गठन कब हुआ

1 नवंबर 1956 को राज्यों के पुनर्गठन के बाद मध्य प्रदेश राज्य अस्तित्व में आया हैं। इसका निर्माण तत्कालीन मध्य भारत, विंध्य प्रदेश और भोपाल राज्यों को मिलाकर किया गया था। 1 नवंबर 1956 को सभी चार पूर्ववर्ती राज्यों की विधान सभाओं को भी मिलाकर मध्य प्रदेश विधान सभा का निर्माण किया गया। इस पहली विधानसभा कार्यकाल बहुत छोटा था। मध्य प्रदेश में पहला विधानसभा चुनाव 1957 में हुआ था।

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल है और सबसे बड़ा शहर इंदौर है। अन्य प्रमुख शहरों में ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, देवास, सागर, सतना और रीवा हैं। मध्य प्रदेश 72 मिलियन से अधिक लोगों के साथ क्षेत्रफल के हिसाब से दूसरा सबसे बड़ा भारतीय राज्य है।

मध्य प्रदेश की जनजातियाँ

मध्य प्रदेश में 46 अनुसूचित जनजातियाँ हैं। 2011 की जनगणना के अनुसार, अनुसूचित जनजातियों की आबादी राज्य की आबादी का 21.1 प्रतिशत था। यह जनजाति उत्तर में नर्मदा नदी और दक्षिण-पूर्व में गोदावरी नदी के क्षेत्र रहते हैं। अनुसूचित जनजाति का अर्थ स्वदेशी लोगों से है।

यह जनजातियों में विविधता पायी जाती हैं। इनके जीवनशैली, सांस्कृतिक परंपराओं, सामाजिक संरचना, आर्थिक संरचना, धार्मिक मान्यताओं और भाषा व बोली में काफी अंतर पाया जाता है।

भिन्न-भिन्न भाषाई, सांस्कृतिक एवं भौगोलिक परिवेश के कारण मध्य प्रदेश के यह जनजाति विकास की मुख्यधारा से कटा हुआ है। मध्य प्रदेश में सभी राज्यों की तुलना में सबसे अधिक जनजातीय जनसंख्या पाया जाता है।

2011 की जनगणना के अनुसार भील जनजाति की आबादी 46 लाख से अधिक हैं। यह राज्य की सबसे अधिक आबादी वाली जनजाति है, जो कुल जनजाति आबादी का 37.7 प्रतिशत है। गोंड दूसरी सबसे बड़ी जनजाति है, जिसकी जनसंख्या 43 लाख के अस पास है। अन्य प्रमुख जनजातियो में कोल, कोरकू, सहरिया और बैगा हैं। ये छह जनजातियाँ राज्य की कुल जनजाति आबादी का 92.2 प्रतिशत हैं।

मध्य प्रदेश की संस्कृति

मध्य प्रदेश हिंदू, इस्लाम, जैन, सिख और बौद्ध धर्म की सांस्कृतिक विरासत का घर रहा है। साथ ही असंख्य विश्व स्तरीय स्मारक, उत्कृष्ट नक्काशीदार गुफाएं, मंदिर और महल समृद्ध संस्कृति की कहानी बताते हैं।

मध्य प्रदेश के देवी जगदंबी मंदिर, खजुराहो, सांची में बौद्ध स्मारक और भीमबेटका गुफा को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है। यह प्राचीन मध्य प्रदेश की विकसित सस्कृति का पुरस्कार हैं। अन्य प्रमुख वास्तुशिल्प रूप में इंदौर, नेमावर, जबलपुर, बुरहानपुर, महेश्वर, मंडलेश्वर, मांडू, अमरकंटक, असीरगढ़, बांधवगढ़, बावनगजा, भोपाल, पचमढ़ी शामिल हैं।

मध्य प्रदेश अपने शास्त्रीय और लोक संगीत के लिए प्रसिद्ध है। मध्य प्रदेश में कुछ प्रसिद्ध हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत में मैहर घराना, ग्वालियर घराना और सेनिया घराना शामिल हैं। मध्यकालीन भारत के दो सबसे प्रसिद्ध गायक, तानसेन और बैजू बावरा, वर्तमान मध्य प्रदेश में ग्वालियर के पास पैदा हुए थे।

राज्य की प्रमुख लोक गायन में फागा, भर्तहरि, संजा गीत, भोपा, कालबेलिया, भाट, भांड, वासदेव, विदेसिया, कलगी तुर्रा, निर्गुनिया, आल्हा, और पंडवानी गायन शामिल हैं। मध्यप्रदेश की प्रमुख लोक नृत्य राई, करमा, सैला, मटकी, गणगौर, बधाई, बरेदी, नौरता, अहिरी और भगोरिया हैं।

कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न

प्रश्न 1. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कौन हैं?

उत्तर - डॉ. मोहन यादव मध्यप्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री हैं। जिनका जन्म 25 मार्च 1965 को हुआ था। यह एक राजनीतिज्ञ और व्यवसायी हैं जो 2023 से मध्य प्रदेश के 19वें और वर्तमान मुख्यमंत्री के रूप में कार्यरत हैं। भारतीय जनता पार्टी के नेता हैं। डॉ. मोहन यादव 2013 से विधानसभा सदस्य के रूप में उज्जैन दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।

प्रश्न 2. मध्य प्रदेश का राजकीय चिन्ह क्या है?

उत्तर - प्रतीक एक गोलाकार मुहर है जो एक बरगद के पेड़ के सामने अशोक की शेर को दर्शाती है। शेर और पेड़ के बहार एक गोलाकार पट्टी में गेहूं के डंठल द्वारा सजाया गया हैं। और सत्यमेव जयते और मध्यप्रदेश शासन लिखा हैं। पूरा प्रतीक को 24 स्तूपों की आकृतियों से घेरा गया है।

प्रश्न 3. मध्य प्रदेश की जीडीपी कितनी है?

उत्तर - 2022-23 के अनुसार मध्य प्रदेश की जीडीपी 11.69 ट्रिलियन है। मध्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था वर्ष 2011-12 में 12% की वृद्धि हुई। मध्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था काफी हद तक कृषि प्रधान है जो औद्योगिक और सेवा क्षेत्रों की ओर भी तेजी से प्रगति कर रही है। राज्य की अर्थव्यवस्था में सबसे अधिक उत्पादन में इंदौर, भोपाल और जबलपुर जिले शीर्ष पर हैं।

प्रश्न 4. मध्य प्रदेश की सबसे लंबी नदी कौन सी है?

उत्तर - नर्मदा नदी मध्यप्रदेश की सबसे लंबी नदी हैं जबकि भारत की 5 वीं सबसे लंबी नदी है। नर्मदा नदी मध्य प्रदेश के अमरकंटक पठार से निकलती है। यह देश में पश्चिम की ओर बहने वाली सबसे लंबी नदी है। नर्मदा नदी मध्य प्रदेश और गुजरात राज्यों से होकर बहती है। कई मायनों में दोनों राज्यों में इसके विशाल योगदान के कारण इसे मध्य प्रदेश और गुजरात की जीवन रेखा के रूप में भी जाना जाता है।

Related Posts

Post a Comment