कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है। जो दिए गए निर्देशों का पालन करके डेटा को आउटपुट करता हैं। कंप्यूटर लैटिन शब्द कम्प्यूटारे से लिया गया है जिसका अर्थ गणना करना होता हैं।
कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ़्टवेयर के माध्यम से विभिन्न कार्य करता है। इसमें मेमोरी होती है जो डेटा, प्रोग्राम और प्रोसेसिंग के परिणाम को स्टोर करती है। कंप्यूटर का आविष्कार चार्ल्स बैबेज ने 1837 में किया था। चार्ल्स बैबेज को कंप्यूटर का जनक भी कहा जाता है।
कंप्यूटर के भाग
- प्रोसेसर
- मेमोरी
- मदरबोर्ड
- स्टोरेज डिवाइस
- इनपुट डिवाइस
- आउटपुट डिवाइस
कंप्यूटर के प्रकार
कंप्यूटर एक ऐसा उपकरण है जो डेटा को मीनिंगफुल जानकारी में बदलता है। यह यूजर द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार इनपुट को प्रोसेस करता है और आउटपुट देता है। कंप्यूटर विभिन्न प्रकार के होते हैं। उन्हें आकार और क्षमता के आधार पर वर्गीकृत किया जा सकता है।
आकार के आधार पर, कंप्यूटर पांच प्रकार के होते हैं:
- सुपर कंप्यूटर
- मेनफ़्रेम कंप्यूटर
- मिनी कंप्यूटर
- वर्कस्टेशन
- पर्सनल कंप्यूटर
1. सुपर कंप्यूटर
सुपर कंप्यूटर सभी प्रकार के कंप्यूटरों में सबसे तेज और सबसे महंगा होता हैं। इस कंप्युटर में विशाल भंडारण क्षमता और तेज गति होती है। यह कंप्यूटर प्रति सेकंड लाखों निर्देशों को क्रियान्वित कर सकता है। सुपर कंप्यूटर का उपयोग विशिष्ट कार्य के लिए होता हैं। इसमे इंजीनियरिंग, मौसम पूर्वानुमान, चिकित्सा, अंतरिक्ष अनुसंधान और वैज्ञानिक विषयों में आने वाले संख्यात्मक समस्याओं को हल करने के लिए उपयोग किए जाते हैं।
2. मेनफ़्रेम कंप्यूट
मेनफ़्रेम कंप्यूटर एक मल्टी यूजर कंप्यूटर है। जिस पर एक साथ हजारों यूजर कार्य कर सकते है। इस कंप्यूटर का उपयोग बड़ी संगठनों द्वारा अपने व्यवसाय संचालन को चलाने के लिए किया जाता है। क्योंकि वे इसकी मदद से बड़ी मात्रा में डेटा को स्टोर और प्रोसेस कर सकते हैं।
उदाहरण: के लिए बैंक, विश्वविद्यालय और बीमा कंपनियां अपने ग्राहकों, छात्रों और पॉलिसी धारकों के डेटा को स्टोर करने के लिए मेनफ्रेम कंप्यूटर का उपयोग करती हैं।
3. मिनी कंप्यूटर
मिनी कंप्यूटर को मिडरेंज कंप्यूटर के रूप में भी जाना जाता है। यह भी एक मल्टी यूजर कंप्यूटर हैं। जिन्हें एक साथ कई यूजर इतेमाल कर सकते है। इसलिए इसका उपयोग आम तौर पर छोटे व्यवसायों और फर्मों द्वारा उपयोग किए जाते हैं। इसकी क्षमता और स्पीड मेनफ्रेम कंप्यूटर की तुलना में कम होती है। तथा पर्सनल कंप्यूटर की तुलना में अधिक होती है।
4. वर्क स्टेशन
वर्क स्टेशन एक सिंगल यूजर कंप्यूटर होता है। यह पर्सनल कंप्यूटर की तरह है, लेकिन इसमें शक्तिशाली माइक्रोप्रोसेसर और उच्च गुणवत्ता वाला मॉनिटर लगा होता है। इसकी स्टोरेज क्षमता और गति पर्सनल कंप्यूटर और मिनी कंप्यूटर की तरह होती है। वर्क स्टेशन का उपयोग आमतौर पर सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और हैवी ग्राफिक डिजाइन में किया जाता है।
पर्सनल कंप्यूटर की तुलना में यह अधिक डाटा स्टोर कर सकता है तथा इसमें अच्छा सीपीयू लगा होता है। जिसके कारण इसकी स्पीड भी अधिक हो जाती है। इसका उपयोग एनिमेशन, डाटा ट्रांसफर और ऑडियो व वीडियो के संपादन में किया जाता है।
5. पर्सनल कंप्यूटर
पर्सनल कंप्यूटर को मल्टी पर्पस के लिए उपयोग किया जाता है जिसका आकार, क्षमता और कीमत अन्य कंप्यूटर से कम होता है। पर्सनल कंप्यूटर का उद्देश्य बड़े कार्य के बजाय सामान्य कार्य के लिए किया जाता है। मुख्य रूप से 1970 और 1980 के दशक के अंत में, पर्सनल कंप्यूटर शब्द का इस्तेमाल किया गया था।
क्षमताओं के आधार पर कंप्यूटर तीन प्रकार के होते हैं:
- एनालॉग कंप्यूटर
- डिजिटल कम्प्यूटर
- हाइब्रिड कंप्यूटर
1. एनालॉग कंप्यूटर
एनालॉग कंप्यूटर सका उपयोग एनालॉग डेटा को प्रोसेस करने के लिए किया जाता है। एनालॉग कंप्यूटर डेटा को भौतिक मात्रा के रूप में संग्रहीत करके गणना करता हैं। यह डिजिटल कंप्यूटर से काफी अलग है, जो परिणामों को दर्शाने के लिए सांकेतिक संख्याओं का उपयोग करता है।
एनालॉग कंप्यूटर उन स्थितियों के लिए अच्छा होता हैं जिनमें अंकों को परिवर्तित किए बिना डेटा को मापने की आवश्यकता होती है। एनालॉग कंप्यूटर का उपयोग औद्योगिक और वैज्ञानिक अनुप्रयोगों में किए जाते हैं।
एक डिजिटल कंप्यूटर को एक डिजिटल सिस्टम के रूप में माना जा सकता है जो विभिन्न कम्प्यूटेशनल कार्य करता है।
2. डिजिटल कंप्यूटर
पहला डिजिटल कंप्यूटर 1940 में विकसित किया गया था जिसका उपयोग संख्यात्मक गणनाओं के लिए किया जाता था।
डिजिटल कंप्यूटर बाइनरी नंबर सिस्टम का उपयोग करते हैं, जिसमें दो अंक होते हैं: 0 और 1 बाइनरी अंक को बिट कहा जाता है। डिजिटल कंप्यूटर सिस्टम को दो भागों में बांटा गया है - हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर।
3. हाइब्रिड कंप्यूटर
हाइब्रिड कंप्यूटर एक प्रकार का कंप्यूटर सिस्टम होता है जो डिजिटल कंप्यूटर के साथ-साथ एक एनालॉग कंप्यूटर के कार्य को करने के लिए बनाया जाता है। इस डिवाइस को डिजिटल रूप में डेटा को प्रोसेस करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
इसलिए, यह पहले प्राप्त एनालॉग सिग्नल को बदलता है, फिर डिजिटल डेटा को प्रोसेस करता है। यह कंप्यूटर मरीजों के दिल की धड़कन को मापता और प्रदर्शित करता है।
कंप्यूटर के लाभ
1. कंप्यूटर आपकी कार्य करने की गति को बढ़ाता है। आप कंप्युटर की सहायता से को भी फाइल को आसानी से और तेज़ी से बना सकते हैं। एडिट, सेव और प्रिंट कर सकते हैं।
2. कंप्यूटर की सहायता से आप किसी को भी आसानी से ईमेल भेज सकते हैं। इंंटरनेट का उपयोग कर कोई भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। आप अपने दोस्तों और परिवार से वीडियो काल या मेसेज की ममद से बात कर सकते हैं।
3. कंप्यूटर में आप अधिक मात्रा में डाटा को संग्रहीत कर सकते है। उदाहरण के लिए, आप अपनी फाइलों, फ़िल्मों, चित्रों, गीतों आदि को संग्रहीत कर सकते हैं।
4. यह न केवल आपको डेटा स्टोर करने की अनुमति देता है बल्कि आपको अपने डेटा को व्यवस्थित करने में भी सक्षम होता है। उदाहरण के लिए, आप अलग-अलग डेटा और सूचनाओं को स्टोर करने के लिए अलग-अलग फोल्डर बना सकते हैं।
5. यदि आप व्याकरण में अच्छे नहीं हैं तो यह अच्छी अंग्रेजी लिखने में मदद करता है। इसी तरह, यदि आप गणित में अच्छे नहीं हैं। तो आप गणना करने और परिणामों को स्टोर करने के लिए कंप्यूटर का उपयोग कर सकते हैं।
6. इसका उपयोग शारीरिक रूप से अक्षम लोगों की मदद के लिए किया जा सकता है, जैसे स्टीफन हॉकिंग, जो बोलने में सक्षम नहीं थे। बोलने के लिए कंप्यूटर का इस्तेमाल करते थे।
कंप्यूटर हमारे जीवन का एक हिस्सा बन गया है। हम दिन में बहुत सी चीजें करते हैं जो कंप्यूटर पर निर्भर हैं। कुछ सामान्य उदाहरण इस प्रकार हैं -
एटीएम - एटीएम से पैसे निकालते समय आप एक ऐसे कंप्यूटर का उपयोग कर रहे हैंं। जो एटीएम को निर्देश लेने और उसके अनुसार पैसे निकालने में सक्षम बनाता है।
डिजिटल करेंसी - कंप्यूटर आपके लेन-देन और शेष राशि का रिकॉर्ड आपके खाते में रखता है और बैंक में आपके खाते में जमा धन को डिजिटल रिकॉर्ड के रूप में संग्रहीत किया जाता है।
ट्रेडिंग - शेयर बाजार में दिन-प्रतिदिन के कारोबार के लिए कंप्यूटर का उपयोग करते हैं।
स्मार्टफोन - जिस स्मार्टफोन का हम दिन भर कॉलिंग, मेसेजिंग, ब्राउजिंग के लिए इस्तेमाल करते हैं। वह खुद एक कंप्यूटर है।
कंप्यूटर का इतिहास
कंप्यूटर हमरे दैनिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। समय के साथ कंप्यूटर बहुत विकसित हो गए हैं। पहले कंप्यूटर का आकर बहुत बड़े होते थे और क्षमता भी कम होती थी। आधुनिक कंप्यूटर छोटे और तेज हो गए है। कंप्यूटर का अविष्कार 1822 में चार्ल्स बैबेज ने किया था। पहले इसका उपयोग केवल गणना करने के लिए होता था। आज कंप्यूटर का उपयोग सभी क्षेत्रों में किया जाता हैं।
यहाँ कंप्यूटर के इतिहास का संक्षिप्त विवरण दिया गया है:
1. प्राचीन उपकरण - यह 20 वीं सदी से पहले गणना में उपयोग किया जाने वाला उपकरण हैं। मशीन का उपयोग प्राचीन सभ्यताओं से चली आ रही है। अबेकस का उपयोग प्राचीन चीन, ग्रीस और रोम में किया जाता था। एस्ट्रोलैब का उपयोग समय और तारों की स्थिति से संबंधित समस्याओं को हल करने के लिए किया जाता था। यह दोनों उपकरण प्रारंभिक कंप्यूटर के उदाहरण हैं।
2. यांत्रिक कैलकुलेटर - 17 वीं शताब्दी में विशिष्ट गणना करने के लिए यांत्रिक उपकरण बनाना शुरू किया था। जैसे ब्लेज़ पास्कल ने 1642 में एक यांत्रिक कैलकुलेटर पास्कलाइन का आविष्कार किया था। गॉटफ्रीड विल्हेम लीबनिज ने 1673 में स्टेप रेकनर विकसित किया तथा 19 वीं शताब्दी में चार्ल्स बैबेज ने एनालिटिकल इंजन विकसित किया जिसे पूर्ण यांत्रिक कंप्यूटर की श्रेणी में रखा जाता हैं।
3. एडा लवलेस और प्रोग्रामिंग - एडा लवलेस जिन्हें अक्सर दुनिया का पहला कंप्यूटर प्रोग्रामर माना जाता है। उसने चार्ल्स बैबेज के साथ प्रोग्रामिंग कंप्यूटर के विकास में योगदान किया। उन्होंने मशीन गणना से आगे जाकर जटिल एल्गोरिदम बनाने की क्षमता की कल्पना की थी।
4. इलेक्ट्रोमैकेनिकल कंप्यूटर - 20 वीं सदी की शुरुआत में इलेक्ट्रोमैकेनिकल कंप्यूटर का विकास हुआ। एक उल्लेखनीय उदाहरण हार्वर्ड मार्क 1है, जिसे 1944 में बनाया गया था। यह एक इलेक्ट्रोमैकेनिकल मशीन थी जो विभिन्न प्रकार की गणनाएँ कर सकती थी।
5. ENIAC और इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर - 1945 में पूरा हुआ इलेक्ट्रॉनिक न्यूमेरिकल इंटीग्रेटर एंड कंप्यूटर पहला सामान्य उद्देश्य वाला इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर था। इसमें वैक्यूम ट्यूबों का उपयोग किया गया था और विभिन्न कार्यों को करने के लिए इसे प्रोग्राम किया जा सकता था।
6. यूनिवैक और मेनफ्रेम - यूनिवर्सल ऑटोमैटिक कंप्यूटर 1951 में विकसित किया गया था। यह संयुक्त राज्य अमेरिका में व्यावसायिक रूप से निर्मित पहला कंप्यूटर था। 1950 और 1960 के दशक में मेनफ्रेम जैसे बड़ी और शक्तिशाली कंप्यूटर का उदय हुआ, जिनका उपयोग मुख्य रूप से व्यवसायों और सरकारी संस्थानों द्वारा किया जाता था।
7. ट्रांजिस्टर और माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स - 1950 के दशक में ट्रांजिस्टर का आविष्कार एक बड़ी सफलता थी, जिसने बड़ी और कम विश्वसनीय वैक्यूम ट्यूबों की जगह ले ली। इससे माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स का विकास हुआ, जिससे छोटे और अधिक किफायती कंप्यूटर बनाना संभव हो गया।
8. एकीकृत सर्किट - 1960 के दशक में जैक किल्बी और रॉबर्ट नॉयस द्वारा एकीकृत सर्किट के आविष्कार ने इलेक्ट्रॉनिक घटकों को और भी छोटा कर दिया। इससे छोटे और अधिक शक्तिशाली कंप्यूटरों का विकास संभव हुआ।
9. पर्सनल कंप्यूटर - 1970 के दशक की शुरुआत में माइक्रोप्रोसेसर के आने से पर्सनल कंप्यूटर का निर्माण संभव हो गया। Apple और IBM जैसी कंपनियों ने घरों और दफ़्तरों में कंप्यूटर लाने में अहम भूमिका निभाई, जिससे वे सभी के लिए सुलभ हो गए।
10. इंटरनेट और नेटवर्किंग - 1980 से 1990 के दशक के दौरान, इंटरनेट का तेजी से विस्तार हुआ, जिसने दुनिया भर के कंप्यूटरों को जोड़ा। इस अवधि में ग्राफ़िकल यूज़र इंटरफ़ेस और वर्ल्ड वाइड वेब का विकास भी हुआ, जिससे कंप्यूटर का उपयोग करना आसान हो गया और जानकारी अधिक सुलभ हो गई।
11. मोबाइल कंप्यूटिंग - 21वीं सदी में, स्मार्टफोन और टैबलेट के उदय के साथ मोबाइल कंप्यूटिंग काफ़ी तेज़ी से बढ़ी। इन डिवाइस ने कंप्यूटिंग पावर को संचार सुविधाओं के साथ जोड़ दिया और रोज़मर्रा की ज़िंदगी का एक ज़रूरी हिस्सा बन गए।
12. क्लाउड कंप्यूटिंग और एआई - क्लाउड कंप्यूटिंग उपयोगकर्ताओं को इंटरनेट के माध्यम से कंप्यूटिंग संसाधनों तक पहुंचने में सक्षम बनाता है, जिससे डेटा और सेवाएं कहीं से भी उपलब्ध हो जाती हैं। कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) में प्रगति ने ऐसी प्रणालियों को जन्म दिया है जो सीख सकती हैं और समस्याओं का समाधान कर सकती हैं, जिससे मानव विचार और निर्णय लेने की तकनीक की क्षमता में वृद्धि हुई है।
कंप्यूटर का इतिहास गतिशील है, आज के कंप्यूटर सदियों से चले आ रहे विकास का परिणाम हैं और इसमें कई आविष्कारकों, इंजीनियरों और दूरदर्शी लोगों का योगदान शामिल है।
कंप्यूटर का कार्य एवं उपयोगिता
कंप्यूटर कई प्रकार के कार्य करते हैं और विभिन्न उपयोगिताएँ प्रदान करते हैं, जो उन्हें आधुनिक जीवन का अभिन्न अंग बनाते हैं। यहाँ कंप्यूटर के कुछ प्रमुख कार्य और उपयोगिताएँ दी गई हैं:
1. गणनाएँ - कंप्यूटर जटिल गणितीय गणनाएँ अविश्वसनीय गति से कर सकते हैं, जिससे वे वैज्ञानिक, इंजीनियरिंग और वित्तीय अनुप्रयोगों में अमूल्य बन जाते हैं।
2. डेटा विश्लेषण - कंप्यूटर डेटा के बड़े सेट का विश्लेषण करते हैं, जिससे व्यवसायों, शोधकर्ताओं और संगठनों को अंतर्दृष्टि प्राप्त करने और सूचित निर्णय लेने में मदद मिलती है।
3. मेमोरी - कंप्यूटर बड़ी मात्रा में डेटा को विभिन्न रूपों में संग्रहीत कर सकता है, जिसमें टेक्स्ट, चित्र, वीडियो और बहुत कुछ शामिल हैं। यह कुशल डेटा पुनर्प्राप्ति और अपडेट की सुविधा प्रदान करता है।
4. ईमेल और मैसेजिंग - कंप्यूटर ईमेल, इंस्टेंट मैसेजिंग और अन्य ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से संचार सक्षम करते हैं, जिससे लोग विश्व स्तर पर जुड़ते हैं। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एप्लिकेशन वास्तविक समय में संचार की अनुमति देते हैं।
5. मनोरंजन - कंप्यूटर गेमिंग के लिए एक मंच प्रदान करता है, जो उपयोगकर्ताओं के लिए गहन और इंटरैक्टिव अनुभव प्रदान करता है। कंप्यूटर का उपयोग फिल्में देखने, संगीत सुनने और डिजिटल सामग्री की एक विस्तृत श्रृंखला तक पहुंचने के लिए किया जाता है।
6. सूचना पुनर्प्राप्ति - कंप्यूटर वेबसाइटों, सर्च इंजनों और ऑनलाइन डेटाबेस से जानकारी प्राप्त करने के लिए इंटरनेट का उपयोग करते हैं। कंप्यूटर विशाल डिजिटल लाइब्रेरी और सूचना के भंडार तक पहुंच की सुविधा प्रदान करते हैं।
कंप्यूटर बहुमुखी उपकरण हैं जो व्यक्तियों, व्यवसायों और समाज की लगातार बदलती मांगों को पूरा करने के लिए अपने कार्यों और उपयोगिताओं का विस्तार करते हुए विकसित होते रहते हैं। दैनिक जीवन के विभिन्न पहलुओं पर उनका प्रभाव गहरा है।
जैसे-जैसे कंप्यूटर का उपयोग बढ़ता गया, लगभग हर क्षेत्र में अपने संचालन के लिए कंप्यूटर का उपयोग करना एक आवश्यकता बन गया हैं। नीचे हम कुछ महत्वपूर्ण क्षेत्रों का उल्लेख कर रहे हैं जो कंप्यूटर का उपयोग करते हैं।
1. चिकित्सा क्षेत्र - कंप्यूटर ने चिकित्सा क्षेत्र के विभिन्न पहलुओं को बदल दिया है, रोगी देखभाल, चिकित्सा अनुसंधान और प्रशासनिक प्रक्रियाओं में सुधार में योगदान दिया है। कंप्यूटर का उपयोग स्वास्थ्य रिकॉर्ड बनाने, संग्रहीत करने के लिए किया जाता है। कंप्यूटर एक्स-रे, सीटी स्कैन, एमआरआई और अल्ट्रासाउंड जैसी मेडिकल इमेजिंग प्रौद्योगिकियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कंप्यूटर रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम को नियंत्रित करते हैं।
2. अनुसंधान - कंप्यूटर विभिन्न विषयों में अनुसंधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अनुसंधान में कंप्यूटर के उपयोग ने डेटा एकत्र करने, विश्लेषण करने और व्याख्या करने के तरीके में क्रांति ला दी है। शोधकर्ता जीव विज्ञान, भौतिकी, पर्यावरण विज्ञान और अन्य क्षेत्रों में डेटा एकत्र करने के लिए कम्प्यूटरीकृत सेंसर और उपकरणों का उपयोग करते हैं।
3. रक्षा - कंप्यूटर रक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण और बहुआयामी भूमिका निभाते हैं, जो सैन्य अभियानों, खुफिया जानकारी, और योजना के विभिन्न पहलुओं में योगदान देते हैं। साइबर खतरों के खिलाफ सैन्य नेटवर्क और संचार चैनलों को सुरक्षित करने के लिए कंप्यूटर आवश्यक हैं। कंप्यूटर सिस्टम से लैस ड्रोन का उपयोग निगरानी के लिए किया जाता है, जो मानव जीवन को जोखिम में डाले बिना वास्तविक समय डेटा और खुफिया जानकारी प्रदान करता है।
कंप्यूटर के घटक और प्रकार
कंप्यूटर विभिन्न घटकों से मिलकर बना होता है जो एक साथ मिलकर कार्य करते हैं। इन घटकों को मोटे तौर पर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर में वर्गीकृत किया जा सकता है। यहां प्रमुख कंप्यूटर घटकों और उनके प्रकारों का अवलोकन दिया गया है:
हार्डवेयर घटक:
1. सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (सीपीयू) - सीपीयू को अक्सर इंटेल और एएमडी के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है। यह कंप्यूटर का "मस्तिष्क" है, जो निर्देश प्राप्त करता है और गणना करता है।
2. रैम - रैंडम एक्सेस मेमोरी - सीपीयू द्वारा वर्तमान में उपयोग में आने वाले डेटा और प्रोग्राम के लिए अस्थायी भंडारण करता हैं। यह हार्ड ड्राइव की तुलना में तेज़होता हैं।
3. भंडारण उपकरण - हार्ड डिस्क डाटा को सेव करके रखा जाता हैं। कंप्यूटर के ऑपरेटिंग सिस्टम, एप्लिकेशन और उपयोगकर्ता डेटा को संग्रहीत करते हैं।
4. मदरबोर्ड - विभिन्न मदरबोर्ड विशिष्ट सीपीयू प्रकारों का समर्थन करते हैं। यह कई प्रकार के होते हैं। इसका कार्य सीपीयू, रैम, स्टोरेज और अन्य बाह्य उपकरणों के बीच कनेक्ट और संचार करना होता है।
4. ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट (जीपीयू) - ग्राफिक्स रेंडरिंग को संभालता है और गेमिंग और ग्राफिक्स-गहन कार्यों के लिए आवश्यक होता है।
सॉफ्टवेयर घटक:
1. ऑपरेटिंग सिस्टम (ओएस) विंडोज़, मैकओएस, लिनक्स, आदि इसके प्रकार है। हार्डवेयर संसाधनों का प्रबंधन करता है, एक उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस प्रदान करता है।
2. एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर: वर्ड प्रोसेसर, वेब ब्राउज़र, गेम इत्यादि इसके प्रकार हैं। यह प्रोग्राम जो उपयोगकर्ता के लिए विशिष्ट कार्य करते हैं।
कंप्यूटर के प्रकार:
1. पर्सनल कंप्यूटर (पीसी) - डेस्कटॉप और लैपटॉप इसके उदाहरण हैं। व्यक्तियों या व्यवसायों के लिए सामान्य उपयोगी सिस्टम होता हैं।
2. सर्वर - वेब सर्वर, डेटाबेस सर्वर आदि इसके उदाहरण है। किसी नेटवर्क में अन्य कंप्यूटरों को सेवाएँ, डेटा या संसाधन प्रदान करता हैं।
3. मेनफ्रेम - यह बड़े पैमाने के कंप्यूटर होते हैं। इसका कार्य व्यापक मात्रा में डेटा संसाधित करना और एक साथ कई कार्यों को संभालना हैं।
4. सुपरकंप्यूटर - यह एक उच्च-प्रदर्शन कंप्यूटिंग मशीन हैं। इसका उपुओग अत्यधिक उच्च गति पर जटिल गणना करना, वैज्ञानिक अनुसंधान और सिमुलेशन के लिए उपयोग किया जाता है।
निष्कर्ष - कंप्यूटर एक बहुत ही महत्वपूर्ण मशीन है जो हमारे जीवन का एक उपयोगी हिस्सा बन गया है। इसके अलावा, कंप्यूटर में एक तरफ जुड़वां चेहरे होते हैं, यह एक वरदान है और दूसरी तरफ, यह एक बैन है। इसका उपयोग पूरी तरह से आप पर निर्भर करता है।
इसके अलावा, भविष्य में एक दिन आएगा जब मानव सभ्यता कंप्यूटर के बिना जीवित नहीं रह पाएगी क्योंकि हम उन पर बहुत अधिक निर्भर हैं। अब तक यह मानव जाति की एक महान खोज है जिसने हजारों और लाखों लोगों की जान बचाने में मदद की है।
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