प्रति वर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता हैं। 15 अगस्त 1947 को भारत आजाद हुआ था। इस दिन हम उन स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देते हैं जिन्होंने आजादी के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिये थे।
लगभग दो शताब्दियों तक अंग्रेजों ने हमारे देेश पर शासन किया हैं। ब्रिटिश अधिकारी हमारे साथ गुलामों की तरह व्यवहार करते हैं। 15 अगस्त 1947 के बाद सब कुछ बलद गया। आज हम जो जीवन जी रहे हैं वह सब देश पर कुर्बान होने वाले स्वतंत्रा सेनानियों की देन हैं।
देश के सभी लोग स्वतंत्रा दिवस को उत्साह के साथ मनाते हैं। सभी स्कूल, कॉलेज और कार्यालयों में इस दिन विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता हैं। भाषण, खेल, नृत्य और स्वजा रोहन किया जाता हैं। स्कूल में प्रेड लिकला जाता हैं। जिसमे बच्चें गीत और नारा लगते हैं।
देश राजधानी दिल्ली के लाल किले में हर साल भारत के प्रधान मंत्री राष्ट्र ध्वज तिरंगा फहराते हैं। इस अवसर के सम्मान में 21 गोलियां चलाई जाती हैं। जिसके बाद सेना परेड करती है। पहली बार 15 अगस्त 1947 को लाल किले पर राष्ट्र ध्वज फहराया गया था। तब से आज तक इस परंपरा का पालन किया जाता रहा है।
भारत के स्वतंत्रता सेनानी
भारत को आजादी 15 अगस्त 1947 को मिली थी, यह दिन हमारे महान नायकों द्वारा लड़े गए स्वतंत्रता संग्राम का परिणाम है और भारत में 78 वां स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 2024 को पूरे देश में मनाया जाने वाला है। महान स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान ने भारत को स्वतंत्र दिलाई हैं। न जाने उन्होंने कितनी आंदोलन और लड़ाइयां लड़ी हैं।
महान स्वतंत्रता सेनानियों जैसे सुभाष चंद्र बोस, चंद्र शेखर आज़ाद, भगत सिंह, बाल गंगाधर तिलक, डॉ. राजेंद्र प्रसाद, डॉ. लाल बहादुर शास्त्री, सरदार वल्लभ भाई पटेल, महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों ने बहुत योगदान दिया है।
भारत के प्रत्येक स्वतंत्रता सेनानी ने देश को आजादी दिलाने में अहम भूमिका निभाई है और अपने प्राणों की आहुति दी है। कुछ स्वतंत्रता सेनानी के नाम इस प्रकार हैं।
- बाल गंगाधर तिलक
- डॉ. राजेंद्र प्रसाद
- डॉ. लाल बहादुर शास्त्री
- सरदार वल्लभभाई पटेल
- भगत सिंह
- सुभाष चंद्र बोस
- महात्मा गांधी
- जवाहर लाल नेहरू
- चंद्रशेखर आजाद
- तांतिया टोपे
- लाल लाजपत राय
- सुखदेव
- कुँवर सिंह
- मंगल पांडे
- वी.डी सावरकर
- रानी लक्ष्मी बाई
- डॉ बी आर अम्बेडकर
- बहादुर शाह जफर
- दादाभाई नौरोजी
- बिपिन चंद्र पाल
स्वतंत्रता के पल को जीने के लिए हम स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं। इसके अलावा हजारों वीरों के बलिदान को भी याद करने का दिन हैं। हमने यह नहीं भूलना चाहिए की देश को आजादी दिलाने के लिए कितने लोगो ने अपनी जान की क़ुरबानी दी हैं। स्वतंत्रा दिवस हमारे अंदर देशभक्ती को जगाता है।
स्वतंत्रता दिवस का महत्व
हर भारतीय स्वतंत्रता के बारे में एक अलग दृष्टिकोण रखता है। कुछ के लिए, यह लंबे संघर्ष की याद दिलाता है जबकि युवाओं आजादी का अहसास दिलाता है। इस दिन हम देश भर में देशभक्ति की भावना को देख सकते हैं।
देश भर में राष्ट्रवाद और देशभक्ति की भावना के साथ भारतीय स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं। इस दिन हरव्यक्ति जाती धर्म के परे होकर भारीय होने पर गर्व करता है। यह न केवल स्वतंत्रता का उत्सव है, बल्कि देश की विविधता में एकता का भी प्रतीक है।
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