भूमध्य रेखा पृथ्वी पर खींची गयी एक काल्पनिक रेखा है। यह लगभग 40,075 किमी लम्बी हैं। जो पृथ्वी को उत्तरी और दक्षिणी गोलार्ध में विभाजित करता है। यह 0 डिग्री अक्षांश पर उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों के बीच में स्थित है। भूमध्य रेखा पर दोपहर के समय सूरज की रोशनी साल भर सीधे पड़ती हैं। जिसके कारण भूमध्य रेखा में पूरे वर्ष स्थिर तापमान होता है।
भूमध्य रेखा 13 देशों से होकर गुजरती है।
- इक्वाडोर
- कोलंबिया
- ब्राजील
- साओ टोमे और प्रिंसिपे
- गैबॉन
- कांगो गणराज्य
- कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य
- युगांडा
- केन्या
- सोमालिया
- मालदीव (सबसे दक्षिणी एटोल)
- इंडोनेशिया (कई द्वीप)
- किरिबाती (विशेष रूप से, इसके कुछ द्वीप)
भूमध्य रेखा का दूसरा नाम विषुवत रेखा और शून्य अक्षांश रेखा है। यह अक्षांश को मापने के लिए केंद्र बिंदु के रूप में कार्य करती है, जो पृथ्वी को उत्तरी और दक्षिणी गोलार्धों में विभाजित करती है।
भूमध्य रेखा को कई नदियाँ पार करती हैं, जिनमें अमेज़ॅन, कांगो, रियो नेपो और रियो ग्रांडे शामिल हैं। ये नदियाँ अपने-अपने क्षेत्रों में महत्वपूर्ण हैं और भूमध्य रेखा के आसपास के पारिस्थितिकी तंत्र में योगदान देती हैं।
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