अपरदन एक भूगर्भीय प्रक्रिया है जो हमारे आस-पास के वातावरण प्रभावित करती है। जब हवा, पानी या बर्फ जैसी प्राकृतिक ताकतें मिट्टी और चट्टान को काटती हैं तो उसे अपरदन कहते हैं। आज हम जो विभिन्न भू-आकृतियाँ देखते हैं, उन्हें बनाने में अपरदन की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
घर्षण अपरदन का एक महत्वपूर्ण घटक है। यह तब होता है जब हवा, पानी या ग्लेशियरों द्वारा ले जाए गए कण चट्टानों से रगड़कर उन्हें घिस देते हैं। घर्षण निक्षेपण के विपरीत होते है। उदाहरण के लिए, यदि आप धूल भरी हवा या गंदा पानी देखते हैं, तो उससे क्षरण की संभावना अधिक होती है।
अपरदन की प्रक्रिया
अपरदन में मिट्टी और चट्टानों की कटाई, परिवहन और जमाव शामिल है। यह नदियों, ग्लेशियरों या हवा के माध्यम से कटाव करके छोटे कण को दूर ले जाता है।
अपरदन के प्रमुख कारक
- नदियाँ: बहता पानी घाटियों को काटता है और तलछट को ले जाता है।
- ग्लेशियर: बर्फ चट्टानों और मलबे को ले जाती है।
- हवा: शुष्क क्षेत्रों में, हवा रेत और धूल ले जाती है।
- तटीय लहरें: लहरें लगातार तटरेखाओं को आकार देती हैं।