समष्टि अर्थशास्त्र के प्रकार

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समष्टि अर्थशास्त्र के प्रमुख प्रकार निम्नलिखित हैं 

1. समष्टि आर्थिक स्थैतिकी - समष्टि अर्थशास्त्र के अंतर्गत सम्पूर्ण अर्थव्यवस्था का अध्ययन संतुलन की दशा में किया जाता है। लेकिन समष्टि आर्थिक विश्लेषण इस तथ्य का विश्लेषण नहीं करता कि अर्थव्यवस्था संतुलन के बिन्दु पर किस प्रकार पहुँचती है। समष्टि स्थैतिक में अंतिम संतुलन का अध्ययन किया जाता है। 

2. तुलनात्मक समष्टि आर्थिक स्थैतिकी - इसके अंतर्गत स्थैतिकी रीति द्वारा प्रावैगिक प्रक्रिया का अध्ययन किया जाता है। एक अर्थव्यवस्था के विभिन्न समष्टि चर' जैसे - कुल आय एवं कुल रोजगार आदि परिवर्तित होते रहते हैं। 

इसके परिणामस्वरूप अर्थव्यवस्था के साम्य बिन्दु भी परिवर्तित होते रहते हैं। तुलनात्मक समष्टि में आर्थिक स्थैतिकी के अन्तर्गत इन विभिन्न साम्य बिन्दुओं की परस्पर तुलना की जाती है। किन्तु यह विश्लेषण इस बात की कोई व्याख्या नहीं करता कि अर्थव्यवस्था एक साम्य से दूसरे साम्य की स्थिति तक किस प्रकार पहुँची। 

3. समष्टि आर्थिक प्रावैगिकी – आर्थिक विश्लेषण की यह नवीनतम एवं यथार्थ प्रणाली है। इसके अंतर्गत एक साम्य से दूसरे साम्य तक पहुँचने की सम्पूर्ण प्रक्रिया का अध्ययन किया जाता है। 

यद्यपि उच्च गणितीय प्रयोग के कारण यह जटिल प्रणाली है। किन्तु यह सम्पूर्ण अर्थव्यवस्था के प्रावैगिक चित्र को यथार्थ रूप में प्रस्तुत करती है। इसका विकास हाल ही के वर्षों में फ्रिश, रॉबर्टसन, हिक्स, टिनबर्जन, हैरोड, सैम्युलसन आदि प्रमुख अर्थशास्त्रियों के द्वारा किया गया है।

Rajesh patel
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