धातु मुद्रा | पत्र मुद्रा |
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धातु - मुद्रा अत्यन्त महँगी प्रणाली है। | पत्र - मद्रा सस्ती प्रणाली है। |
धातु - मुद्रा प्रणाली बेलोचदार होती है। | पत्र- मुद्रा प्रणाली लोचदार होती है। |
धातु- मुद्रा का यथार्थ मूल्य होता है। | पत्र - मुद्रा का आन्तरिक मूल्य शून्य होता है। |
धातु - मुद्रा भारी होती है, अधिक स्थान घेरती है तथा इसे एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना कठिन एवं व्ययपूर्ण होता है। | पत्र- मुद्रा हल्की होती है, कम स्थान घेरती है तथा इसे एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना अधिक सुविधाजनक होता है। |
धातु- मुद्रा प्राय: सरकार द्वारा निर्गमित की जाती है । | पत्र - मुद्रा प्रायः देश के केन्द्रीय बैंक द्वारा निर्गमित की जाती है। |
धातु - मुद्रा को संसार में कहीं पर भी स्वीकार किया जा सकता है। | पत्र- मुद्रा को केवल अपने देश में ही स्वीकार किया सकता है। |
नमस्कार मेरा नाम राजेश है। मैं इस वेबसाईट के मध्यम से जो मेरे पास थोड़ी जानकारी है। उसे लोगो तक शेयर करता हूं।
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