खाड़ी महाद्वीप यह स्थल भाग और पानी के तटीय क्षेत्र को संदर्भित करती है। खाड़ी अक्सर किसी अन्य मुख्य जल निकाय जैसे झील, महासागर या समुद्र से जुड़ी होती है। कभी कभी खाड़ी को समुद्र के रूप में भी संदर्भित किया जा सकता है।
खाड़ी किसे कहते हैं
खाड़ी समुद्री पानी के ऐसे जलाशय को कहते हैं जो किसी ओर से सागर या महासागर से तो जुड़ी हो लेकिन जिसके इर्द-गिर्द काफ़ी हद तक धरती का घेरा हो। केवल बड़े क्षेत्रफल वाले जलाशयों को ही 'खाड़ी' कहा जाता है।
भारत की प्रमुख खाड़ी
1. बंगाल की खाड़ी - बंगाल की खाड़ी 2,600,000 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। यह खाड़ी भारत, बांग्लादेश, म्यांमार और श्रीलंका से घिरा हुआ हैं। खाड़ी के बीचो बीच भारत की केंद शासित प्रदेश अंडमान निकोबार द्वीप समहू स्थित हैं। यह दक्षिण में हिंद महासागर से जुड़ा हुआ हैं। बंगाल की खाड़ी विश्व की कुछ सबसे बड़ी खाड़ी में से एक है।
खाड़ी के तट पर सबसे बड़ा मैंग्रोव का जंगल स्थित हैं जिसे सुंदरबन के नाम से जाना जाता हैं। गंगा, हुगली, पद्मा, ब्रह्मपुत्र, बराक, सूरमा, मेघना, इरावदी, गोदावरी, महानदी, ब्राह्मणी, बैतरणी, कृष्णा और कावेरी जैसे प्रमुख नदियाँ बंगाल की खाड़ी में मिलती हैं।
2. कच्छ की खाड़ी - भारत के पश्चिमी तट पर गुजरात राज्य से लगा हुआ जल क्षेत्र है। यह अरब सागर का एक प्रवेश द्वार भी है। यह खाड़ी गुजरात के कच्छ और सौराष्ट्र प्रायद्वीप के बीच स्थित है। खाड़ी की लंबाई लगभग 150 किलोमीटर और चौड़ाई 80 किलोमीटर तक है।
यह दुनिया की सबसे ऊँची ज्वार की श्रेणियों में से एक है, जो कुछ स्थानों पर 12 मीटर तक पहुँचती है। कच्छ की खाड़ी में प्रवाल भित्तियाँ, मैंग्रोव और मछलियों, कछुओं और समुद्री स्तनधारियों की विभिन्न प्रजातियाँ पायी जाती हैं।
कांडला और मुंद्रा जैसे प्रमुख बंदरगाह इसी खाड़ी में स्थित हैं, जो इसे समुद्री व्यापार के लिए एक प्रमुख केंद्र बनाते हैं। ऐतिहासिक रूप से, कच्छ की खाड़ी एक महत्वपूर्ण समुद्री व्यापार मार्ग था, जो भारत को मध्य पूर्व और अफ्रीका से जोड़ता था।
3. खंभात की खाड़ी - पश्चिम में सौराष्ट्र प्रायद्वीप और पूर्व में गुजरात की मुख्य भूमि के बीच स्थित है। खाड़ी की लंबाई लगभग 200 किलोमीटर और चौड़ाई 25 से 75 किलोमीटर तक है। नर्मदा, तापी, माही और साबरमती जैसी प्रमुख नदियाँ खंभात की खाड़ी में गिरती हैं।
समुद्र तट के किनारे मैंग्रोव वन मछलियों, केकड़ों और पक्षियों के लिए आवास प्रदान करते हैं। यह क्षेत्र प्रवासी पक्षियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है। यह खाड़ी समुद्री व्यापार के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्र रहा है। भरूच इसके तट पर एक प्रमुख प्राचीन बंदरगाह था। खंभात की खाड़ी प्राचीन काल में भारत को मध्य पूर्व, अफ्रीका और दक्षिण पूर्व एशिया से जोड़ने वाले व्यापार मार्गों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा थी।
4. मन्नार की खाड़ी - भारत के दक्षिण-पूर्वी तट तमिलनाडु और श्रीलंका के पश्चिमी तट के बीच स्थित एक उथला जल निकाय है। यह अपने जीवंत समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र के लिए जाना जाता है। यह खाड़ी भारत के दक्षिण-पूर्वी और श्रीलंका के उत्तर-पश्चिमी तट के बीच स्थित है। खाड़ी अपेक्षाकृत उथली है, जो इसे समुद्री जैव विविधता में समृद्ध बनाती है। मन्नार की खाड़ी की औसत गहराई 19 फीट है। थामिराबारानी नदी, वैप्पर नदी और श्रीलंका की मालवथु नदी मन्नार की खाड़ी में बहती हैं। यह खाड़ी हिंद महासागर में स्थित है, जिसका क्षेत्रफल 10,500 वर्ग किलोमीटर है। इसकी लंबाई 160 किलोमीटर और चौड़ाई 130 से 275 किलोमीटर तक है। खाड़ी की अधिकतम गहराई 4,380 फीट तक पहुँचती है।
विश्व की प्रमुख खाड़ी
एशिया
- फारस की खाड़ी - ईरान और अरब प्रायद्वीप के बीच स्थित है।
- ओमान की खाड़ी - अरब सागर में स्थित है।
- अदन की खाड़ी - अरब सागर में स्थित है।
- थाईलैंड की खाड़ी - दक्षिण चीन सागर में स्थित है।
- टोंकिन की खाड़ी - दक्षिण चीन सागर में स्थित है।
- खंभात की खाड़ी - अरब सागर में स्थित है।
- मन्नार की खाड़ी - भारत और श्रीलंका के बीच स्थित हैं।
- कच्छ की खाड़ी - भारत के पश्चिमी तट पर स्थित हैं।
अफ्रीका
- गिनी की खाड़ी - अफ्रीका के पश्चिमी तट पर स्थित हैं।
- सिदरा की खाड़ी - लीबिया के उत्तरी तट पर स्थित है।
- मेक्सिको की खाड़ी - मैक्सिको और सयुक्त राज्य अमेरिका के तट पर स्थित है।
- कैलिफोर्निया की खाड़ी - कैलिफोर्निया और मेक्सिको के बीच स्थित है।
- सेंट लॉरेंस की खाड़ी - पूर्वी कनाडा में सेंट लॉरेंस नदी के मुहाने पर स्थित हैं।
दक्षिण अमेरिका
- वेनेजुएला की खाड़ी - वेनेजुएला और कोलंबिया के बीच स्थित है।
- पारिया की खाड़ी - वेनेजुएला और त्रिनिदाद के बीच स्थित हैं।
यूरोप
- फ़िनलैंड की खाड़ी - फ़िनलैंड और एस्टोनिया के बीच स्थित हैं।
- बोथनिया की खाड़ी - स्वीडन और फ़िनलैंड के बीच स्थित स्थित हैं।
- वेनिस की खाड़ी - एड्रियाटिक सागर में स्थित हैं।
- लायन की खाड़ी - फ्रांस के दक्षिणी तट पर स्थित हैं।
ओशिनिया
- कारपेंटेरिया की खाड़ी - ऑस्ट्रेलिया और अराफ़ुरा सागर के बीच स्थित हैं।
- स्पेन्सर खाड़ी - दक्षिण ऑस्ट्रेलिया में स्थित है।
अंटार्कटिका
- मोरबिहान की खाड़ी - अंटार्कटिक प्रायद्वीप से दूर स्थित है।
खाड़ी का गठन
खाड़ी का गठन विभिन्न प्रकार से हो सकता हैं। उसका आकार गठन की प्रकृति पर निर्भर करता हैं। दुनिया की कुछ सबसे बड़ी खाड़ी मेक्सिको की खाड़ी, गिनी की खाड़ी और बंगाल की खाड़ी हैं। जो सामान्यतः प्लेट विवर्तनिकी से निर्मित हुए हैं। इनका निर्माण पैंजिया सुपरकॉन्टिनेंट के टूटने से हुआ था। जिसने समुद्र को अलग कर खाड़ी का निर्माण किया था।
ग्लेशियरों और नदियों द्वारा समुद्र तट के कटाव से भी खाड़ी का निर्माण होता है। नदी के कटाव से बनने वाली खाड़ियों को रिया के रूप में जाना जाता है।
खाड़ी का महत्व
खाड़ी कई मायनों में महत्वपूर्ण हैं। खाड़ी के आसपास की भूमि, तेज हवाओं को रोकती हैं। यह लहरों और हवाओं के कारण होने वाले नुकसान को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा अतीत में विशेष रूप से मानव के भोजन के लिए खाड़ी महत्वपूर्ण रहे है। लोग कृषि और मछली पकड़ने जैसे गतिविधियों के कारण खाड़ी के आसपास बस गए।
खाड़ियों के आसपास की भूमि उपजाऊ होती हैं जिसके कृषि का उत्पादन अधिक होता है। इसके अलावा खाड़ी सुरक्षित स्थान होते हैं जहां मछली पकड़ने का काम किया जा सकता हैं। बाद में लोगों ने महसूस किया कि खाड़ी जहाजों के लिए उत्तम स्थान हैं। इसलिए खाड़ी बंदरगाहों की स्थापना में महत्वपूर्ण हो गए, जिससे अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा मिला।