ईरान की प्राथमिक भाषा फ़ारसी है। ईरान का संविधान इस बात पर जोर देता है कि स्कूली शिक्षा और सभी आधिकारिक कार्य के लिए फ़ारसी भाषा का उपयोग किया जाना चाहिए। संविधान अरबी को इस्लाम की भाषा के रूप में भी मान्यता देता है। इसे धर्म की भाषा के रूप में औपचारिक दर्जा प्राप्त है।
ईरान में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं में फ़ारसी, अज़ेरी और कुर्द है। फ़ारसी भाषा ईरान की राष्ट्रय भाषा है और इस तरह, स्कूल प्रणाली और सभी आधिकारिक संचार के लिए आवश्यक है। इसके अलावा, संविधान अरबी भाषा को इस्लाम की भाषा के रूप में मान्यता देता है।
राष्ट्र की अनूठी सामाजिक और जातीय विविधता के कारण, संविधान अल्पसंख्यक भाषाओं के साहित्य को पढ़ाने के लिए, जनसंचार माध्यमों के साथ-साथ स्कूलों में अल्पसंख्यक भाषाओं के उपयोग को भी स्वीकार करता है और अनुमति देता है। ईरान की अल्पसंख्यक भाषाओं को औपचारिक दर्जा प्राप्त नहीं है और आधिकारिक तौर पर अधिकारियों द्वाराइतेमाल नहीं किया जाता हैं।
१. फ़ारसी को ईरान में फ़ारसी, अफ़गानिस्तान में दारी और ताजिकिस्तान में ताजिक के नाम से जाना जाता है। इसके लगभग 62 मिलियन मूल वक्ता हैं, जो इसे दुनिया की 20 सबसे व्यापक रूप से बोली जाने वाली पहली भाषाओं में से एक बनाता है। 50 मिलियन या उससे अधिक लोग इसे दूसरी भाषा के रूप में बोलते हैं।
२. कुर्दिश कुर्दों द्वारा बोली जाती है, इसे तुर्की, इराक, ईरान और सीरिया जैसे देशो में बोली जाती हैं। यह पूर्वोत्तर ईरान के साथ-साथ आर्मेनिया और अज़रबैजान के कुछ क्षेत्रों में भी बोली जाती है। कुर्दिश भाषा को 26 मिलियन लोग अपने मूल भाषा के रूप में बोलते हैं। कुर्दिश की मुख्य किस्में कुर्मानजी, सोरानी और दक्षिणी कुर्दिश हैं। अधिकांश कुर्द कुर्मानजी बोलते हैं। कुर्मानजी को हावर वर्णमाला में लिखा जाता है।