इंडिया का पूरा नाम क्या है

भारत, जिसका आधिकारिक नाम भारतीय गणराज्य (Republic of India) है, दक्षिण एशिया में स्थित एक विशाल और विविधताओं से भरा देश है। यह क्षेत्रफल की दृष्टि से विश्व का सातवाँ सबसे बड़ा देश है, जबकि जनसंख्या की दृष्टि से यह चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है। वर्ष 2024 तक भारत की जनसंख्या 1.4 अरब से अधिक हो चुकी है, जो इसे वैश्विक परिदृश्य में एक महाशक्ति के रूप में उभरने की दिशा में अग्रसर करती है।

भारत की राजधानी नई दिल्ली है, जो देश की राजनीतिक और प्रशासनिक गतिविधियों का केंद्र है। इसके अलावा, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद जैसे महानगर देश की आर्थिक, सांस्कृतिक और तकनीकी उन्नति के प्रतीक हैं।

भारत का इतिहास हजारों वर्ष पुराना है। यह सिंधु घाटी सभ्यता, वैदिक काल, मौर्य और गुप्त साम्राज्य, मुग़ल काल, और ब्रिटिश राज जैसे अनेक युगों से गुजरा है। यहाँ की संस्कृति, धर्म, भाषा और परंपराएँ दुनिया की सबसे पुरानी और समृद्ध परंपराओं में गिनी जाती हैं। हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म, जैन धर्म और सिख धर्म जैसे प्रमुख धर्मों की उत्पत्ति यहीं हुई है।

भारत एक संघीय संसदीय लोकतांत्रिक गणराज्य है, जहाँ नागरिकों को मतदान के माध्यम से अपने प्रतिनिधियों को चुनने का अधिकार प्राप्त है। भारत का संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ और तभी से यह देश एक गणराज्य कहलाया। भारतीय संविधान दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान है, जो प्रत्येक नागरिक को समानता, स्वतंत्रता और न्याय की गारंटी देता है।

भारत को 'भारत', 'इंडिया' और 'हिंदुस्तान' के नामों से जाना जाता है। 'भारत' नाम राजा भरत के नाम पर पड़ा, जो एक प्राचीन और महान शासक थे। 'इंडिया' शब्द सिंधु नदी (Indus River) से निकला है। यूनानी और फ़ारसी लेखकों ने 'सिंधु' को 'इंडोस' या 'हिंद' कहा, और कालांतर में यही शब्द 'इंडिया' बन गया। 'हिंदुस्तान' शब्द का प्रयोग मध्यकालीन भारत में अधिक हुआ, जो विशेष रूप से उत्तर भारत के लिए प्रयुक्त होता था।

आज का भारत एक बहुभाषी, बहुधर्मी और बहुसांस्कृतिक देश है। संविधान द्वारा मान्यता प्राप्त 22 भाषाएँ और सैकड़ों बोलियाँ यहाँ बोली जाती हैं। भारत तकनीक, विज्ञान, चिकित्सा, अंतरिक्ष अनुसंधान, और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी अग्रणी स्थान पर है।

भारत न केवल एक भूगोलिक सत्ता है, बल्कि यह एक विचार और दर्शन है, जो 'वसुधैव कुटुम्बकम्' — "सारी दुनिया एक परिवार है" — की भावना को आत्मसात करता है। विविधताओं में एकता, सहिष्णुता, और लोकतंत्र भारत की आत्मा में रची-बसी हैं।

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