संचार भाषा - संचार का सामान्य अर्थ होता है - संदेश को फैलाना अथवा प्रसारण करना। संचार भाषा का तात्पर्य संचार के लिए प्रयुक्त होने वाली भाषा से है।
संचार के माध्यम हैं - समाचार पत्र, दूरदर्शन, रेडियो, दूरभाषा लम्बी दूरी की उपग्रह सेवाएँ, टेलीप्रिंटर, टेलीग्राफ, अंतरिक्ष प्रसारण, इंटरनेट इत्यादि। कभी-कभी यह अन्तर्राष्ट्रीय भाषा भी कहलाती है। हिन्दी की संचार भाषा का रूप साहित्यिक भाषा से पृथक् हो सकता है। इसमें परिवर्तनशीलता होती है।
इस भाषा का प्रयोग समाचार-पत्र, पत्रिकाओं, दूरदर्शन, आकाशवाणी, दूरभाष, टेलीप्रिंटर इत्यादि उपकरणों द्वारा किया जाता है। विदेशों में भी इसे आकाशवाणी एवं दूरदर्शन के माध्यम से सुना जाता है। अतः इसका क्षेत्र अत्यंत व्यापक होता है। जैसे - बी. बी. सी. द्वारा हिन्दी कार्यक्रमों का जो प्रसारण होता है।
वह भारतीय संस्थाओं से कई दृष्टियों से भिन्न होता है। उच्चारण, व्याकरण नियमों आदि की दृष्टि उस देश के साहित्य आदि के प्रभावस्वरूप ही यह परिवर्तन आता है। 'बड़ा' को 'बरा' कह देना, 'शोर' को 'सोर' इत्यादि उदाहरणार्थ शब्द हैं।