मजदूरी किसे कहते है - प्रकार, रीतियाँ, तत्व

मजदूरी शब्द से आशय, उस कीमत से है जो श्रम को उत्पादन प्रक्रिया में की गयी उसकी सेवाओं के बदले चुकायी जाती है। श्रम को चुकाये गये सभी भुगतान एवं भत्ते इसमें सम्मिलित होते हैं। 'मजदूरी' शब्द का…

रिकार्डो का लगान सिद्धांत की व्याख्या कीजिए - Ricardo's theory of rent

डेविड रिकार्डो ने लगान सिद्धांत को आर्थिक लगान का सिद्धांत भी कहा जाता है। रिकार्डो के पहले प्रकृतिवादियों का विचार था कि लगान प्रकृति की उदारता का परिणाम होता है। उनका विचार था कि चूँकि प्रकृति बहु…

वितरण के रिकार्डो सिद्धांत क्या है - Ricardo's theory of distribution

वितरण के सिद्धान्त के रूप में मुख्यतया तीन सिद्धान्त प्रतिपादित किये गये हैं - वितरण का प्रतिष्ठित सिद्धान्त,  वितरण का सीमान्त उत्पादकता का सिद्धान्त,  वितरण का आधुनिक सिद्धान्त या माँग एवं पूर्ति क…

देसी बैंक किसे कहते हैं - कार्य, गुण और दोष

भारत का बैंकिंग व्यवसाय अति प्राचीन है। हालांकि बैंकिंग का स्वरूप आधुनिक बैंकों के समान नहीं था। भारत में बैंकिंग व्यवसाय पारिवारिक अथवा व्यक्तिगत व्यवसाय के रूप में किया जाता रहा है। देश के विभिन्न …

सहकारी बैंक किसे कहते हैं - परिभाषा, विशेषताएँ और दोष

भारतीय किसान अक्सर अशिक्षित और गरीब होते हैं। वे कर्ज में डूबे रहते हैं, जिससे न तो उनकी आर्थिक स्थिति सुधर पाती है और न ही वे खेती में सुधार कर पाते हैं। गाँवों में आसानी से कर्ज लेने की सुविधा नहीं…

राष्ट्रीय आय किसे कहते हैं - अवधारणा, महत्व

राष्ट्रीय आय समष्टि अर्थशास्त्र का मुख्य विषय है। इसका महत्व केवल आर्थिक सिद्धांतों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह किसी देश की आर्थिक स्थिति को समझने के लिए भी जरूरी है। मनुष्य का सुख-दुख कई चीजों पर निर…