संदर्भ पत्र से आप क्या समझते हैं - sandarbh patr se aap kya samajhate hain

वे पत्र जो ग्राहक की स्थिति तथा साख का पता लगाने के उद्देश्य से लिखे जाते हैं संदर्भ पत्र कहलाते हैं। जब किसी विक्रेता के पास किसी नये ग्राहक से आदेश पत्र आये तो माल उधार या नक़द किसी भी रूप से भेजा …

अधिसूचना से आप क्या समझते हैं - adhisoochana se aap kya samajhate hain

अधिसूचना शब्द को अंग्रेजी में नोटिफिकेशन कहा जाता है। कार्यालय से संबद्ध राजकार्य विषयक सूचनाओं को अधिसूचना कहा जाता है। ये अधिसूचनाएँ सर्वसाधारण के लिए निकाली जाती हैं।   जिन्हें अभिलेख के रूप में र…

उत्तर संरक्षण कार्यक्रम क्या है

अपराधियों के जेल या बन्दीगृह से छूटने के बाद उनकी देखरेख करना अति आवश्यक होता है, क्योंकि बन्दीगृह से मुक्त होने के पश्चात् जब वे समाज में आते हैं तो एकाएक पुनः सामंजस्य तथा अनुकूलन नहीं कर पाते और स…

कार्यालय आदेश से क्या अभिप्राय है

आदेश कार्यालयीन भाषा का एक प्रकार है। सरकार जब अपने सभी कर्मचारियों को किसी राष्ट्रीय या प्रान्तीय निर्णय के अनुरूप कार्य करने हेतु बाध्य करना चाहती है।  तब आदेश देती है। सामान्यतः वित्तीय स्वीकृतियो…

बोली और भाषा में अंतर बताइए - boli aur vibhasha mein antar

भाषा संस्कृत के भाष् धातु से बनी है, जिसका अर्थ व्यक्त वाणी होता है। वास्तव में भाषा वह सशक्त माध्यम है। जिसके द्वारा विचारों का विनिमय किया जा सकता है। सामान्य रूप में जिन ध्वनि और चिन्हों के माध्यम…

अमेरिकी सीनेट तथा ब्रिटिश लार्ड सभा की तुलना

सीनेट अमेरिकी काँग्रेस का और लार्ड सभा ब्रिटिश संसद का द्वितीय सदन है। रचनाओं और शक्ति की दृष्टि से ब्रिटिश लार्ड सभा तथा अमेरिका की सीनेट में काफी भेद है।  अमेरिकी सीनेट तथा ब्रिटिश लार्ड सभा की तुल…

चीन की न्याय व्यवस्था की मुख्य विशेषताएँ

चीन की समस्त राज-व्यवस्था कार्ल मार्क्स, लेनिन और माओ के सिद्धान्तों पर आधारित है, अतः चीन की न्याय व्यवस्था, विधि और न्याय का आधार भी यही है । स्वाभाविक रूप से यह न्याय व्यवस्था पाश्चात्य न्याय-व्यव…

न्यायिक पुनरावलोकन का अर्थ और महत्व

वर्तमान समय में न्यायिक पुनरावलोकन के सिद्धान्त का महत्त्व बढ़ गया है। प्रो सक्सेना के अनुसार आधुनिक समाज में जो कि शक्ति संघर्ष के सिद्धान्तों से घिरा हुआ है।  न्यायिक पुनरावलोकन का अर्थ और महत्व न्…

द्विसदनात्मक व्यवस्थापिका किसे कहते हैं

राजनीतिशास्त्र के विद्वानों में व्यवस्थापिका के संगठन के बारे में मतभेद पाया जाता है। कुछ विद्वानों ने द्विसदनात्मक व्यवस्थापिका को उपयोगी बताया है। परन्तु अबेसियस, बैंजामिन फ्रैंकलिन, प्रो. लास्की आ…

व्यावसायिक पत्र का महत्व - vyavsayik patra ka mahatva

व्यापारिक पत्रों से आशय ऐसे पत्रों से है, जो व्यापारियों के मध्य, व्यापारी एवं ग्राहकों के मध्य और कभी-कभी सुविधा की प्राप्ति या शिकायत करने के संदर्भ में व्यापारियों द्वारा सरकारी एवं अर्द्धसरकारी स…

परमाणु किसे कहते हैं - parmanu kise kahate hain

प्रत्येक परमाणु एक या अधिक इलेक्ट्रॉनों से बना होता है। और यह एक नाभिक से बंधा होता हैं। नाभिक एक या एक से अधिक प्रोटॉन और कई न्यूट्रॉन से बना होता है। परमाणु किसे कहते हैं परमाणु किसी भी प…

भारत की प्रमुख फसलें एवं उत्पादक राज्य

भारत में अनेक प्रकार की फसलें पैदा की जाती हैं। इस पोस्ट मे भारत की प्रमुख फसलें एवं उत्पादक राज्यों की जानकारी दी गई हैं। भारत की प्रमुख फसलें एवं उत्पादक राज्य 1. चावल च…