आचार्य रामचंद्र शुक्ल के निबंध की विशेषताएं बताइए

विषय की गंभीरता के साथ शुक्ल जी भाषा की गंभीरता और गठन पर भी पूरा ध्यान देते थे। उनकी भाषा अत्यधिक शक्तिशाली और सुगठित है। इसमें परिवर्तन की कोई गुंजाइश नहीं। उनका प्रत्येक शब्द उनके चिन्तन की…

महादेवी वर्मा की भाषा शैली की विशेषता बताइए

महादेवी वर्मा के गद्य की भाषा और शैली पर विचार किए बिना उनके गध की विशेषताओं का अध्ययन अधूरा रहेगा। महादेवी वर्मा के रेखचित्रों में एक प्रकार का कहानीपन होता है। “अतीत के चलचित्र" और "स्मृत…

श्रीचंद की चारित्रिक विशेषताएँ - स्ट्राइक एकांकी

हिन्दी के सुप्रसिद्ध एकांकीकार भुवनेश्वर द्वारा लिखा गया 'स्ट्राइक' एक श्रेष्ठ एकांकी है। इसमें लेखक की कलम का जादू स्पष्ट दिखाई देता है। श्रीचन्द्र इसी एकांकी का प्रमुख पात्र है। वह एक धनी व…

राहुल सांकृत्यायन की साहित्यिक विशेषताएँ

राहुल सांकृत्यायन जी की साहित्यिक विशेषताएँ निम्नलिखित हैं - (1) राहुल जी के साहित्य की सबसे बड़ी विशेषता मनोरंजकता है। राहुल जी आरंभ से ही रोचकता के समर्थक रहे थे। यह विशेषता उनकी साहित्यि में ही नह…

एकांकी की विशेषताएं बताइए

एकांकी विधा का प्रारम्भ तो भारतेन्दु युग से स्वीकार किया जाता है। क्योंकि इस समय राष्ट्रीय, सामाजिक, धार्मिक एवं हास्य-व्यंग्ययुक्त अनेक एकांकी या प्रहसन लिखे गये। भारतेन्दु जी ने स्वयं भारत दुर्दशा&…

अंधेर नगरी नाटक के पात्र का चरित्र-चित्रण कीजिए

संस्कृत और हिन्दी नाटकों में प्रायः ऐसा व्यक्ति किसी नाटक का नायक माना जाता था। जो धीरोत्वाद हो, प्रतिभाशाली हो, वीर हो और विशेष व्यक्तिगत का स्वामी हो। किन्तु प्रस्तुत नामा नायक एक ऐसा व्यक्ति है, …

अंधेर नगरी की भाषा शैली पर प्रकाश डालिए

अंधेर नगरी एक जीवन सार्थक व समकालीन रचना है। इसका बहुत कुछ श्रेय इस नाटक की भाषा को है। इस नाटक की भाषा नितान्त हरकत भरी जीवन्त सक्रिय, उच्चरित शब्द की ध्वनियों और वाक्यों का सौंदर्य लिए हुए है। संवा…

क्रोध निबंध का सारांश लिखिए - आचार्य रामचन्द्र शुक्ल

क्रोध निबंध आचार्य रामचन्द्र शुक्ल जी द्वारा लिखा गया है। इस निबन्ध में आचार्य शुक्ल ने क्रोध की उत्पत्ति, क्रोध की आवश्यकता, क्रोध का स्वरूप, क्रोध का लक्ष्य, क्रोध और चिड़चिड़ापन आदि की विवे…

वसंत आ गया है निबंध का उद्देश्य

यह निबन्ध उस समय लिखा गया है जब द्विवेदी जी भावना केन्द्र शान्ति निकेतन में निवास करते थे। सौभाग्य या दुर्भाग्य से उस समय बसन्त का अवसर आया। लेखक की मर्मानुभूति इतर प्रकृति पर भी जा पड़ी। वहाँ…

विद्यानिवास मिश्र की निबंध की विशेषता

मिश्र जी ने अपने ललित निबन्धों द्वारा हिन्दी के निबन्ध साहित्य को अत्यधिक समृद्ध बनाया है। आपके ये निबन्ध गहन अनुभूति एवं चमत्कारपूर्ण अभिव्यक्ति के ही भण्डार नहीं हैं। अपितु इनमें लेखक ने समस…

विज्ञापन की भाषा पर एक टिप्पणी लिखिए - vigyapan ki bhasha

आज के युग में विज्ञापनों का अत्यधिक महत्व है। जूते-चप्पल से लेकर टाई रूमाल तक विज्ञापित हो रही है। लिपिस्टिक, पावडर, नेल पॉलिश, माथे की बिंदी विज्ञापनों का विषय है। नमक जैसी आम इस्तेमाल की वस्तुएँ भी…

जनसंचार में इन्टरनेट की भूमिका - jansanchar mein internet ki bhumika

प्रौद्योगिकी विकास के कारण आज हम घर बैठे ही अपने देश की ही नहीं वरन् विश्व के किसी भी कोने तक अपना संदेश भेज सकते हैं। तथा वहाँ से संदेश भी प्राप्त कर सकते हैं। हाल के कुछ वर्षों में संचार प्रौद्योगि…

मीडिया की भाषा से क्या तात्पर्य है - media ki bhasha se kya tatparya hai

मानव ने अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए नये-नये आविष्कार किये हैं। जनसंचार या समाचार संप्रेषण हेतु भी उसने अनेक संचार साधनों एवं उपकरणों का निर्माण किया है, जिसे सामान्यत: मीडिया कहा जाता है। टी. वी…

सरकारी एवं अर्द्ध सरकारी पत्र में अन्तर - sarkari aur ardh sarkari patra mein antar

सरकारी एवं अर्द्ध सरकारी पत्र में अन्तर स्पष्ट कीजिए। शासकीय पत्र लेखन की एक विशिष्ट और निर्धारित शैली है, जिसका हमेशा ध्यान रखा जाता है। इसके निम्नलिखित प्रमुख अंग हैं सरनामा, पत्र संख्या, पत्र- प्र…