मैथिलीशरण गुप्त की काव्यगत विशेषता बताइए

भारतीय संस्कृति की तात्विक विशेषताओं को अपने प्रबन्ध काव्यों के माध्यम से व्याख्यायित करने और अपनी रचनाओं के द्वारा राष्ट्र भक्ति का आह्वान करने के कारण मैथिलीशरण गुप्त 'राष्ट्र कवि ' के रूप …

निराला के काव्य की विशेषताओं पर प्रकाश डालिए

निराला जी 'यथा नाम तथा गुण' के सबल प्रमाण थे। उन्हें उनके निराले व्यक्तित्व के कारण सरलता से पहचाना जा सकता था। जिस ओर भी उनकी लेखनी चली, उधर ही से विजयी होकर लौटी।  उन्होंने अपने निराले व्यक…

सूर्यकांत त्रिपाठी निराला के काव्य में प्रगतिवाद की समीक्षा कीजिए

बिराला जी के काव्य में पर्याप्त विविधता दिखाई देती है। इसके लिए हम निम्न उदाहरण दे सकते हैं। मानव का प्रकृति से अटूट सम्बन्ध है । उसको जीवन की समग्र प्रेरणाएँ प्रकृति से ही प्राप्त होती हैं इतना ही न…

श्रीकांत वर्मा के काव्य की प्रमुख विशेषताएं

श्रीकान्त वर्मा ऐसे कवि हैं जिन्हें युग की विडम्बनाओं, विकृतियों और विसंगतियों का गहरा अहसास है पर उनमें भावावेश, आक्रोश और उत्तेजना उस मात्रा में नहीं है जो इस काल के अन्य कवियों में लक्षित ह…

आधुनिक काल की प्रमुख विशेषताएं लिखिए

आधुनिक काल की प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं – (1) आधुनिक काल की कविता की मूल धारा देश भक्ति की है।  (2) आधुनिक काल की कविता में जनवादी चिन्तन परकता है। वहाँ केवल राजनीतिक -श्रीनंता का साहित्य न हो…

अंधेर नगरी नाटक का सारांश

अँधेर नगरी प्रसिद्ध साहित्यकार भारतेंदु हरिश्चंद्र का लोकप्रिय नाटक है। इस नाटक में विवेकहीन और निरंकुश शासन व्यवस्था पर करारा व्यंग्य करते हुए उसे अपने ही कर्मों द्वारा नष्ट होते दिखाया गया ह…

हरिऔध की काव्यगत विशेषताएँ

हरिऔध जी का व्यक्तित्व ऋषियों के समान महान् था। उनके रहन-सहन और आचार-व्यवहार से सरलता और सौम्यता टपकती थी। पुराने आदर्शों और प्राचीन संस्कृति से प्रेम होते हुए वे नवीन प्रगतिशील विचारों के समर्थक थे।…

वीरों का कैसा हो वसंत कविता की व्याख्या

सुभद्रा कुमारी चौहान की कविता  वीरों का कैसा हो वसंत  राष्ट्रीयता और देश प्रेम की भावना से ओत-प्रोत रचना है। जिसमें कवयित्री ने भारतीय नवयुवकों का आह्वान करते हुए इस बात पर बल दिया है, कि भारतीय…

झाँसी की रानी कविता का सारांश

कवयित्री द्वारा उचित 'झाँसी की रानी' कविता राष्ट्रीय भावनाओं से ओत-प्रोत है। यह कविता सर्वाधिक लोकप्रिय है और उसे जो प्रसिद्धि मिली वह महाकाव्यों को भी दुर्लभ है। इस कविता को सुनने के बाद भार…

परिवर्तन कविता का सारांश लिखिए

परिवर्तन पंत जी द्वारा उचित एक लम्बी कविता है जो मूलतः 'पल्लव' नामक संकलन में संकलित है। परिवर्तन कविता का मूल विषय दार्शनिक है किन्तु पंतजी ने इसे काव्य की सरलता से युक्त कर दिया है। …

अंधेर नगरी नाटक की व्याख्या - भारतेन्दु

अंधेर नगरी भारतेंदु हरिश्चंद्र द्वारा लिखित एक क्लासिक हिंदी नाटक है, जिन्हें अक्सर "आधुनिक हिंदी साहित्य का पिता" माना जाता है। यह नाटक कुशासन की मूर्खता और सत्ता का आँख मूंदकर अनुसरण करने…

स्ट्राइक एकांकी की मूल संवेदना क्या है

पाश्चात्य विद्वानों द्वारा निश्चित किए गए एकांकी के तत्वों का समन्वय बहुत कुछ अंशों में भारतीय नाट्य-तत्वों में ही हो जाता है। पाश्चात्य विद्वानों ने एकांकी के निम्नलिखित सात तत्व माने है …