डोमिनियन शब्द का इस्तेमाल 1907 से 1948 तक ब्रिटिश साम्राज्य के द्वारा कई स्वशासी राष्ट्रों ने किया गया था। डोमिनियन स्टेटस को औपचारिक रूप से कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड, न्यूफ़ाउंडलैंड, दक्षिण अ…
विधानसभा जिसे निचला सदन भी कहा जाता है। यह सभी राज्यों मे मौजूद होता हैं। जिसके सदस्य सीधे जनता द्वारा चुने जाते हैं। कई राज्यों में उच्च सदन और निम्न सदन दोनों होते हैं। विधान परिषद को उच्च सदन तथा …
गणराज्य या गणतंत्र सरकार का एक रूप है जिसमें सत्ता लोगों और उनके चुने हुए प्रतिनिधियों के पास होती है। गणराज्य में देश को सार्वजनिक माना जाता है, न कि शासकों की निजी संपत्ति। गणराज्य किसे कहते हैं एक…
शरणार्थी वह है जिसे उत्पीड़न, युद्ध या हिंसा के कारण अपने देश से भागने के लिए मजबूर किया गया है। किसी विशेष सामाजिक समूह में जाति, धर्म, राष्ट्रीयता, राजनीतिक कारणों से हो सकता है। सबसे अधिक संभावना …
साम्राज्य को हम देश के रूप मे मान सकते हैं। प्राचीन काल मे साम्राज्य एक राजा द्वारा शासित क्षेत्र को कहा जाता था। साम्राज्य कई क्षेत्रों से बना होता था जो एक ही शासक के अधीन होते हैं। जहां सम्राट के …
गठबंधन सरकार सरकार का एक रूप है जिसमें राजनीतिक दल सरकार बनाने के लिए सहयोग करते हैं। ऐसी व्यवस्था का सामान्य कारण यह है कि किसी भी पार्टी ने चुनाव के बाद पूर्ण बहुमत हासिल नहीं किया है। गठबंधन सरकार…
इस मौलिक अधिकार का अर्थ है देश के कानून के सामने सभी नागरिक सामान है । जैसे कुछ समय पहले एक अधिकारी पर अपराध के सम्बन्ध में मुकदमा चला। जब तक मामला अदालत में था। उन्हें सामान्य नागरिक की तरह अदालत मे…
सरकार शब्द एक शासन करने वाले संस्था को संदर्भित करता है। जो निर्णय लेता है और नागरिकों के कल्याण के लिए काम करता है। सरकार ऐसे लोगों का एक समूह है। जो प्रशासनिक कानून के अनुसार किसी क्षेत्र में शास…
भारतीय नागरिकता जन्म, वंश, पंजीकरण और देशीयकरण द्वारा प्राप्त की जा सकती है। नागरिकता अधिनियम, 1955 के प्रावधान के अनुसार भारतीय नागरिकता प्राप्त करने की शर्तें और प्रक्रिया नीचे दी गई है। नागरिकता …
नमस्कार आपका सस्वागत हैं। इस पोस्ट में मै राजनीती विज्ञान के जनक ऑन हैं। इसके बारे में विस्तार से जानकारी देने वाला हूँ। पहले राजनीती विज्ञान के बारे में थोड़ी चर्चा कर लेते हैं। राजनीति विज्ञान वह वि…
प्लेटो ने अपनी पुस्तक ' रिपब्लिक ' में बताया कि नैतिक गुणों का विकास केवल शिक्षा से ही सम्भव है और शिक्षा के लिए भी शास्त्रों की शिक्षा की व्यवस्था आवश्यक है। प्लेटो के शिक्षा सिद्धान…
व्यक्तिवादी विचारों के अध्ययन से पूर्व व्यक्तिवाद का अर्थ समझ लेना आवश्यक है। राजनीतिक विचारधारा के रूप में व्यक्तिवाद राज्य के कार्यक्षेत्र का सिद्धान्त है। व्यक्तिवाद यह बताने का प्रयास करता है कि…
मैं जीर्ण-साज बहु छिद्र आज, मैं हूँ केवल पदतल-आसन, तुम सहज विराजे महाराज। ईर्ष्या कुछ नहीं, मुझे, यद्यपि, मैं ही बसंत का अग्रदूत, ब्राह्मण समाज में ज्यों अछूत मैं रहा आज यदि पार्श्वच्छवि। तुम स…
वह तोड़ती पत्थर, देखा उसे मैंने इलाहाबाद के पथ पर। वह तोड़ती पत्थर, कोई न छायादार, पेड़ वह जिसके तले बैठी हुई स्वीकार, श्याम तन, प्रिय-कर्म-रत मन। गुरु हथौड़ा हाथ, करती बार-बार प्रहार, सामने तरु-मलिका अ…