अमेरिका का राष्ट्रपति दुनिया का सबसे बड़ा शासक है। संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति पर जितना उत्तरदायित्व है और उसकी जितनी शक्तियाँ हैं। उतनी विश्व के किसी अन्य व्यक्ति के पास नहीं हैं। उसका पद वि…
कार्यपालिका शासन का वह भाग है जो व्यवस्थापिका द्वारा बनाये हुए कानूनों का पालन करता है। कार्यपालिका शासन की वह धुरी है जिसके चारों ओर समस्त प्रशासकीय तन्त्र घूमता है। परिभाषा - कार्यपालिका सरकार का …
थामस हॉब्स राज्य का अध्ययन मानव स्वभाव के विश्लेषण में करता है। अरस्तू के विपरीत हॉब्स मानता है कि, मनुष्य असामाजिक प्राणी है। मानव को वस्तुएँ या तो आकर्षित करती हैं या विकर्षित। आकर्षण को अच्छा और व…
यद्यपि प्रत्येक महान् विचारक अपने युग का शिशु होता है, क्योंकि उसका ध्यान अपने समय की समस्याओं पर जाता है, जिनके निदान के लिए वे उपाय ढूँढ़ते हैं। इस प्रकार प्लेटो और अरस्तू भी अपने युग के शिशु थे। मै…
राज्य पर ग्रीन के विचार, विशेष रूप से ब्रिटिश दार्शनिक टी.एच. ग्रीन द्वारा व्यक्त किए गए, नैतिक और राजनीतिक दर्शन के संदर्भ में उनके विचारों को दर्शाते हैं। ग्रीन एक प्रमुख व्यक्ति थे, और उनके विचार …
आश्रय मानव की मूलभूत आयकताओं में से एक है, मानव जिस स्थान को अपने आश्रय हेतु चुनकर वहाँ जिन मकानों, घरों, झोपड़ियों आदि का निर्माण करता है, वह उसका आवास या अधिवास कहलाता है। इन्ही आवासों द्व…
किसी व्यक्ति को परिभाषित करने वाली सबसे बड़ी चीज उसका व्यक्तित्व होता हैं। प्रत्येक व्यक्ति में कुछ विशिष्ट लक्षण होते हैं जो उन्हें दूसरों से अलग करते हैं। संख्यात्मक रूप से, व्यक्ति का अर्थ अविभाज्…
संघीय न्यायालयों की व्यवस्था में सर्वोच्च स्तरीय न्यायालय सर्वोच्च न्यायालय इसकी व्यवस्था अमेरिकी संविधान में की गई है। अमेरिका में सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना 1789 ई. के न्यायिक अधिनियम द्वारा की ग…
हमारे पर्यावरण में वह सब कुछ जो हमारी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उपयोग किया जा सकता है और तकनीकी रूप से सुलभ, आर्थिक रूप से व्यवहार्य और सांस्कृतिक रूप से स्वीकार्य है, संसाधन कहलाता है । अंतर्रा…
न्याय प्लेटो के राजनीतिक आदर्श का आधार है। प्लेटो 'आदर्श राज्य' की स्थापना करना चाहता है। वह राज्य उसके न्याय के सिद्धान्त पर ही टिका हुआ है। प्लेटो ने अपने आदर्श राज्य के चार ग…
आवश्यकता अविष्कार की जननी है। बहुत समय तक मानव अपनी प्रारंभिक आवश्यकताओ की पूर्ति हेतु प्रकृति प्रदत्त मुलभुत साधनो जैसे वायु, जल, मांस कंदमूल आदि का प्रयोग करता रहा मनुष्य की बुद्धि का विकास हुआ उसी…
प्राथमिक क्रियाकलाप में संलग्न लोगों का वितरण विश्व के सभी भागों में समान नहीं हैं। विकसित देशों में प्राथमिक व्यवसाय में कार्यरत लोगों की संख्या 5 प्रतिशत से भी कम है जबकि विकासशील देशों में अधिकांश…