भारतीय किसान अक्सर अशिक्षित और गरीब होते हैं। वे कर्ज में डूबे रहते हैं, जिससे न तो उनकी आर्थिक स्थिति सुधर पाती है और न ही वे खेती में सुधार कर पाते हैं। गाँवों में आसानी से कर्ज लेने की सुविधा नहीं…
राष्ट्रीय आय समष्टि अर्थशास्त्र का मुख्य विषय है। इसका महत्व केवल आर्थिक सिद्धांतों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह किसी देश की आर्थिक स्थिति को समझने के लिए भी जरूरी है। मनुष्य का सुख-दुख कई चीजों पर निर…
निजी आय तथा वैयक्तिक आय में प्रमुख अन्तर निम्नांकित हैं - निजी आय वैयक्तिक आय निजी आय, वैयक्तिक आय की तुलना में एक व्यापक धारणा है। वैयक्तिक आय एक संकुचित धारणा है। निजी आय निजी उद्यमों एवं परिवारो…
राष्ट्रीय आय तथा निजी आय में प्रमुख अन्तर निम्नांकित हैं - निजी आय राष्ट्रीय आय निजी आय में आय-भुगतान तथा हस्तांतरण भुगतान दोनों शामिल किए जाते हैं। राष्ट्रीय आय में केवल आय-भुगतान शामिल किए जाते है…
नमस्ते दोस्तों आपका स्वागत हैं। अर्थशास्त्र के टॉपिक में इस पोस्ट में हम अर्थव्यवस्था के संबंध में चर्चा करने वाले हैं। बंद अर्थव्यवस्था एवं खुली अर्थव्यवस्था किसे कहते हैं और दोनों में क्या अंतर होत…
राष्ट्रीय आय की कुछ आधारभूत अवधारणाएँ निम्नांकित हैं - चालू और स्थिर कीमतों पर राष्ट्रीय आय देश की घरेलू आय देश के सामान्य निवासी स्टॉक एवं प्रवाह बन्द एवं खुली अर्थव्यवस्था राष्ट्रीय पूँजी राष्ट्री…
जिस प्रकार एक व्यक्ति अथवा फर्म अपनी व्यावसायिक स्थिति की जानकारी के लिए लेखा-जोखा रखती है। उसी प्रकार एक देश अपनी सम्पूर्ण अर्थव्यवस्था की जानकारी के लिए राष्ट्रीय लेखों का निर्माण करता है। सम्पूर्ण…
संसार के प्रत्येक देश का प्रमुख उद्देश्य आर्थिक विकास करना है। भारत सरीखे विकासशील देशों के लिए तो आर्थिक विकास और भी सर्वाधिक महत्वपूर्ण उद्देश्य है। आर्थिक विकास में वृद्धि की दर को एक निश्चित समया…
भारत के संगठित उद्योगों में चीनी उद्योग का महत्वपूर्ण स्थान है। उपभोग की दृष्टि से विश्व में इसका प्रथम स्थान तथा उत्पादन की दृष्टि से द्वितीय स्थान है। विश्व के कुल उत्पादन का 15% भाग भारत में उत्पा…
इस्पात उद्योग आधारभूत उद्योगों में से एक महत्वपूर्ण उद्योग है। अतः इसे आर्थिक संरचना की रीढ़ मानते हैं। किसी भी देश के विकास के लिए लोहा व इस्पात उद्योग का तेजी से विकास करना अत्यन्त आवश्यक होता है। …
सीमेंट उद्योग भारत का एक महत्वपूर्ण आधारभूत उद्योग है। एक देश में सीमेंट का उत्पादन एवं उपभोग, उस देश के औद्योगिक विकास का सूचक होता है। सीमेंट को मानव निर्मित पत्थर कहा जाता है। यह शुष्क होने पर पत्…
जूट उद्योग भारत के सबसे प्राचीन उद्योगों में से एक है। यह राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। पूर्वी भारत की अर्थव्यवस्था की तो इसे रीढ़ की हडड़ी कहा जा सकता है। जूट की खेती तथा इस उ…
तराइन का पहला युद्ध 1191 में हरियाणा के तराइन (आधुनिक तरौरी) में लड़ा गया था। यह युद्ध ग़ौर के मुहम्मद और पृथ्वीराज चौहान के नेतृत्व में राजपूत सेना के बीच हुआ था। इस युद्ध में राजपूत सेना ने ग़ौरी …